यदि योजना के मुताबिक काम हुआ तो देश की पहली अंडर वाटर मेट्रो ट्रेन कोलकाता में जून 2023 से दौड़ने लगेगी। इस पर योजना का पूरा होना सपना सच होने जैसा होगा। नदी के नीचे चलने वाली पहली मेट्रो रेल लाइन का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है। अंडर वाटर मेट्रो से हावड़ा से कोलकाता पहुंचने में कुछ ही मिनट लगेंगे। मेट्रो ट्रेन नदी के नीचे 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। ट्रेन यात्रियों को हावड़ा से साल्ट लेक सेक्टर फाइव महज 27 मिनट में पहुंचा देगी।
2035 तक हर दिन दस लाख लोग यात्रा करेंगे
बता दें कि मेट्रो लाइन पर कमिश्नर रेलवे सेफ्टी ने जांच पूरी कर ली है। जल्द ही इसकी मंजूरी मिलने वाली है। मंजूरी मिलने के बाद इस सेक्शन पर नदी के नीचे मेट्रो रेल की सेवाएं यात्रियों के लिए शुरू कर दी जाएंगी। एक अनुमान के मुताबिक 2035 तक प्रतिदिन लगभग 10 लाख लोग इस अंडर वाटर मेट्रो का इस्तेमाल करेंगे। गंगा नदी के नीचे बन रही दोहरी सुरंग की लंबाई 520 मीटर है। इसका भीतरी व्यास साढ़े 5.55 मीटर और दीवार की मोटाई 275 मिलीमीटर है। यह नदी के तल से 13 मीटर नीचे बनाई गई है।
नदी पार करने में लगेगा सिर्फ एक मिनट
केएमआरसीएल के अनुसार जब अंडर वाटर मेट्रो ट्रेन सेवा श
हावड़ा मैदान से शुरू होगी तो उसे हुगली नदी पार करने में केवल एक मिनट का समय लगेगा। कुल 27 मिनट में यात्री हावड़ा से साल्टलेक का सफर तय कर पायेंगे।