सरकारी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के रूप में मुख्यमंत्री को नियुक्त करने वाला विधेयक बंगाल विधानसभा में पारित होने के बाद अभी तक राज्यपाल ने उसे मंजूरी नहीं दी है। इसी बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कुलाधिपति के नाते रविंद्र भारती में नए कुलपति की नियुक्ति कर विवाद को फिर हवा दे दी है। इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस अपना विरोध जता सकती है। राज्यपाल धनखड़ ने ट्वीट कर बताया है कि संवैधानिक नियमों के अनुसार कुलाधिपति के रूप में उन्होंने रवींद्र भारती विश्वविद्यालय में नृत्य की प्रोफेसर महुआ मुखर्जी को कुलपति नियुक्त किया है।
सर्च कमेटी ने प्रस्तावित किए थे नाम
यह 1971 के अधिनियम की धारा (1) (बी) के अनुसार नियुक्ति की गई है। धनखड़ ने यह भी ट्वीट किया कि विश्वविद्यालय की सर्च कमेटी की 9 जून को बैठक हुई। कुलपति पद के लिए रवींद्र भारती विश्वविद्यालय की नृत्य की प्रोफेसर महुआ दास, कल्याणी विश्वविद्यालय के गणित विभाग के प्रोफेसर संजीव कुमार दत्ता और रवींद्र भारती विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर देबाशीष बंद्योपाध्याय के नाम प्रस्तावित थे। राज्यपाल के ट्वीट में यह भी कहा गया कि शिक्षा विभाग की ओर से कुलाधिपति से 24 जून को रवींद्र भारती विश्वविद्यालय के कुलपति का चुनाव करने का अनुरोध किया गया। उसी के मुताबिक नियुक्ति हुई है।