India (भारत) ने 11 अप्रैल को स्वदेशी रूस से विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) हेलिना का सफल (Successful) परीक्षण किया। इस मिसाइल का परीक्षण ध्रुव एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) से अधिक ऊंचाई पर किया गया। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ताजा लॉन्च के बाद अब हेलिकॉप्टर के साथ हथियारों के एकीकरण का मार्ग प्रशस्त हो गया है। यह मिसाइल लॉन्च राजस्थान में पोखरण फायरिंग रेंज में किया गया।
दूर तक लक्ष्य पर अटैक
हेलिना या हेलीकॉप्टर आधारित नाग मिसाइल सात किमी दूर तक के लक्ष्य पर हमला कर सकती है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इंफ्रारेड इमेजिंग सीकर सिस्टम द्वारा निर्देशित फायर एंड फॉरगेट मिसाइल ने सफलतापूर्वक उच्च ऊंचाई पर एक नकली टैंक लक्ष्य को निशाना बनाया। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO), भारतीय वायु सेना और सेना ने संयुक्त रूप से इसका परीक्षण किया।
हर मौसम में हिट करने की क्षमता
DRDO के अनुसार, हेलिना सिस्टम में दिन और रात हर मौसम में हिट करने की क्षमता है और यह पारंपरिक और विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ दुश्मन के टैंकों को मार गिरा सकती है। मिसाइल सीधे हिट मोड के साथ-साथ टॉप अटैक मोड दोनों में लक्ष्य को भेद सकती है। सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज के अतिरिक्त महानिदेशक एयर वाइस मार्शल अनिल गोलानी (Retired) ने कहा कि सफल परीक्षण हमारे स्वदेशी हथियार निर्माण कौशल को दर्शाता है। अब हेलीकॉप्टर पर मिसाइल को जोड़ने, सशस्त्र बलों में हथियार के प्रोडक्शन और संचालन पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।