National News Update, New Delhi, Nikhil Kamat, Young Industrialist Will Donate Half Of Property : पिछले दो-तीन वर्षों में भारत के अधिकतर लोगों की आय में कमी आई है और अरबपतियों की संख्या बढ़ी है। इसके लिए मोदी सरकार की नीतियों की भी आलोचना होती है। समाज और देश के लिए सभी अरबपतियों को एक ही नजरिए से नहीं देखा जा सकता रतन टाटा और अजीम प्रेमजी की सोच अन्य अरबपतियों से अलग। देश के युवा अरबपतियों में निखिल कामत एक चर्चित नाम है। मीडिया रिपोर्ट से यह पता चल रहा है कि निखिल कामत ने फैसला किया है कि वह अपनी आधी संपत्ति को दान कर देंगे। फिलहाल अरबपति निखिल कामत की नेटवर्थ लगभग 28 हजार करोड़ रु है। जान लीजिए कि निखिल कामत ने जिस ‘द गिविंग प्लेज’ के लिए शपथ ली है। उसमें 29 देशों के 241 दानवीर शामिल हैं।
ऐसा करने वाले देश के सबसे यंग अरबपति
जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत ऐसा करने वाले देश के सबसे कम आयु के अरबपति बन गए हैं। निखिल ने ऐसा द गिविंग प्लेज के लिए किया है। इसकी स्थापना वॉरेन बफे और बिल गेट्स ने की थी। निखिल कामत से पहले अजीम प्रेमजी, रोहिणी, किरण मजूमदार-शॉ और नंदन नीलेकणि इस प्लेज का हिस्सा बन चुके हैं। इसमें शामिल जो लोग होते हैं, वे समाज के कल्याण के लिए अपनी कमाई का अधिकांश हिस्सा दान कर देते हैं।
इन क्षेत्रों में योगदान देना चाहते हैं निखिल
कामत क्लाइमेट चेंज, एजुकेशन, एनर्जी और हेल्थ के क्षेत्र में अपना योगदान देना चाहते हैं। निखिल कामत इससे अलावा भी परोपकारी कार्यों के लिए दान देते आए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस संबंध में निखिल कामत ने फोर्ब्स से बातचीत करते हुए कहा कि कम उम्र होने के बावजूद मैं सकारात्मक तरीके से प्रभावित करना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि न्यायसंगत समाज बनाने का फाउंडेशन का मिशन मेरे मूल्यों और आकांक्षाओं के समान ही है। निखिल कामत ने कहा कि द लिविंग प्लेज विचारों के आदान-प्रदान करने के लिए एक शानदार मंच है। इसके साथ ही दुनिया की कुछ सबसे मुश्किल चुनौतियों से लड़ने के लिए भी एक शानदार मंच है।
पिछले साल 300% बढ़ाया था दान
उन्होंने कहा कि मैं लिविंग प्लेज के साथ जुड़ कर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए नए तरीकों को खोजने के लिए उत्साहित हूं। जेरोधा के सह-संस्थापक नितिन कामत और निखिल कामत दान देने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने वर्ष 2021-22 में दान को 300 प्रतिशत बढ़ाकर 100 करोड़ रु कर दिया था। वर्ष 2022 की हुरून इंडिया फिलेंथ्रोपी लिस्ट में वह देश के 9वें सबसे बड़े दानवीर थे।