New Delhi News : गोमूत्र स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद है। पूर्वजों से लेकर योग गुरु तक इसकी चर्चा करते रहे हैं। परंतु, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान की एक रिसर्च ने इस पर सवाल खड़ा कर दिया है। शोध के निष्कर्ष पर गौर करें तो गोमूत्र इंसानों की सेहत के लिए अच्छा नहीं है, बल्कि यह नुकसानदायक है। शोध की मानें तो गोमूत्र की बजाए भैंस का मूत्र अधिक फायदेमंद है। रिसर्च में कहा गया है कि गोमूत्र में कई तरह के बैक्टीरिया होते हैं, जिनसे पेट की बीमारियां हो सकती हैं। बहरहाल, इस रिसर्च को लेकर बहस छिड़ गई है।
आयुर्वेद की मानें तो गोमूत्र में क्यूकरिन, जिसमें कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने की है क्षमता
आयुर्वेद में तो इसे बहुत ही ऊंचा स्थान दिया गया है और इसे कई बीमारियों से निजात दिलाने वाला बताया गया है। आयुर्वेद के अनुसार गोमूत्र में क्यूकरिन पाया जाता है, जिससे कैंसर जैसी बीमारियों के इलाज होने का दावा किया गया है। ऐसे में इस शोध ने गोमूत्र पर सवाल तो खड़े कर ही दिए हैं। हालांकि, भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान पशुओं पर रिसर्च करने वाली एक बड़ी संस्था है। ऐसे में इस शोध को सिरे से झुठलाया भी नहीं जा सकता।
इसके प्रभावों की व्यापकता स्थापित करने को औऱ ज्यादा सैंपल के साथ और स्टडी करने की जरूरत
हालांकि, इससे पहले भी कुछ रिपोर्ट्स में गोमूत्र के नुकसान के बारे में बताया गया है। कुछ रिसर्च में ये बात भी सामने आई है कि गोमूत्र बांझपन से पीड़ित लोगों को नुकसान पहुंचाता है। इसकी प्रकृति गर्म होती है, जिससे पेट की समस्या उत्पन्न हो सकती है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना कि अभी इस शोध को अंतिम सत्य नहीं माना जाना चाहिए। इसे स्थापित करने के लिए औऱ ज्यादा सैंपल के साथ और स्टडी करने की जरूरत है। ताकि इसके प्रभावों का व्यापक मूल्यांकन हो सके। यही बात, भैंस के मूत्र के गोमूत्र से अधिक उपयोगी होने या न होने को लेकर है।