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HEINOUS CRIME : बेटी को बचाने के लिए मां करती रही मिन्नत, निर्दयी बाप ने रेत डाला गला, प्यार करने की ऐसी…

HEINOUS CRIME : बेटी को बचाने के लिए मां करती रही मिन्नत, निर्दयी बाप ने रेत डाला गला, प्यार करने की ऐसी…

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Love यानी प्यार करना ऐसा जुर्म नहीं कहा जा सकता कि उसकी सजा मौत के रूप में दी जाए। पागल और वहसी प्रेमियों ने अपनी प्रेमिकाओं की हत्या की है, ऐसी तमाम मिसालें मिल जाएंगी। समाज में ऑनर किलिंग का यदि कोई मामला आता है तो यह कानूनी दृष्टि से किसी के लिए व्यक्तिगत नहीं हो सकता। यदि किसी की बेटी किसी लड़के से प्यार करे, तो उसकी सजा उसे गला रेत कर मौत के घाट उतारने के रूप में दिए जाने को कोई भी सभ्य समाज स्वीकार नहीं कर सकता, लेकिन बिहार के गोपालगंज में ऐसा घिनौना क्राइम हुआ है। एक बेटी ने किसी को चाहा, उससे शादी करनी चाही और बाप ने उसे अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया। मां अपनी बेटी की जिंदगी बचाने के लिए मिन्नतें करती रही, लेकिन निर्दयी बाप ने सब्जी काटने वाले पहसुल से उसका गला रेत कर मार डाला। इस काम में लड़की के ताऊ और चाचा ने भी मदद की।

लाश खेत में फेंक फरार हो गए आरोपी

इस ऑनर किलिंग के बाद बेटी का शव घर के पास खेत में फेंक कर तीनों फरार हो गए। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश कर रही है। ऑनर किलिंग का यह मामला गोपालगंज के कोटवा गांव का है। यह घटना 6 मार्च की रात की है। सूचना मिलने पर 7 मार्च की सुबह पुलिस गांव पहुंची। लड़की की मां का बयान दर्ज किया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। सदर SDPO (सब-डिवीजन पुलिस अफसर) संजीव कुमार ने जांच के बाद अपराधियों को गिरफ्तारी करने की बात कही है।

बेटी ने अपनी पसंद के लड़के से करनी चाहिए थी शादी

लड़की की मां कलावती देवी ने बताया, ‘बेटी किरण (19) मशानथाना गांव के एक युवक से प्रेम करती थी। उसी से शादी करना चाहती थी। लड़का भी तैयार था, लेकिन किरण के पिता इंद्रदेव राम उसकी शादी कहीं और करना चाहते थे।’ मां ने बताया, ‘किरण ने अपने पसंद के लड़के से शादी की बात कही। परिवार को वह लड़का पसंद नहीं था। इस पर परिवार उसके खिलाफ हो गया।

बेटी ने छटपटा कर दम तोड़ दिया

मां ने बताया, रविवार रात लड़की के पिता, उसके चाचा और बड़े पापा घर पहुंचे। सब उसको मारने-पीटने लगे। बेटी को बचाने आने पर मुझे भी पीटने लगे। किरण जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगी। बेटी को पकड़ लिया। चाचा अमरदेव राम और बड़े पिता आराज्ञा राम ने हाथ-पैर पकड़ा और पिता ने गला रेत दिया। मौके पर ही किरण ने छटपटाते हुए दम तोड़ दिया।

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