कर्नाटक के बाद हिजाब विवाद ने अब उत्तर प्रदेश का रुख कर लिया है। अलीगढ़ के एक और प्रमुख कॉलेज ने हिजाब पहनने वाली मुस्लिम छात्राओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। श्री वार्ष्णेय कॉलेज ने छात्राओं को निर्देश दिया कि वे कक्षा में शामिल होने के दौरान अपना चेहरा न ढकें। इस कारण कई छात्राएं कॉलेज में प्रवेश न मिलने से घर लौट आईं। इन छात्रों का कहना है कि कर्मचारी ने उन्हें कालेज के अंदर जाने से मना कर दिया। इससे पहले फरवरी में शहर के डीएस कॉलेज ने हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया था।
हमारे हिजाब से कॉलेज को समस्या क्या है
श्री वार्ष्णेय कॉलेज में बीएससी फाइनल ईयर में पढ़ने वाली एक छात्रा ने कहा कि कॉलेज के अधिकारियों ने पहले उसे बुर्का उतारने के लिए कहा, जो उसने कैंपस में प्रवेश करते समय पहना था और बाद में उन्होंने उसे हिजाब भी हटाने को कहा गया। है। छात्रा ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि कालेज को हमारे हिजाब से समस्या क्यों है। मैं हिजाब के बिना कहीं जाने के लिए तैयार नहीं हूं और कॉलेज हमें अब परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दे रहा है।’
सबको ड्रेस कोड का पालन करना होगा
श्री वार्ष्णेय कॉलेज की प्रशासनिक अधिकारी बीना उपाध्याय ने कहा कि यह नोटिस एक रिमाइंडर है कि कॉलेज में एक ड्रेस कोड है और इसका पालन करना ही होगा। कॉलेज के प्रॉक्टर अनिल वार्ष्णेय ने कहा कि प्रोस्पेक्टस में ड्रेस कोड का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है। उन्होंने कहा, ‘हम केवल यह चाहते हैं कि छात्र कॉलेज के नियमों का पालन करें। हम निर्देशों का पालन कर रहे हैं। विद्यार्थियों से कहा गया कि ड्रेस कोड को अब और गंभीरता से लागू किया जाएगा।’