Himanta Biswa Sarma gave instructions to register a case against Rahul Gandhi, accused him of instigating the mob, Guwahati News : मुख्यमंत्री डॉक्टर हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी व जितेन्द्र सिंह के उकसावे पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पुलिस की बेरीकेडिंग तोड़ने पर मामला दर्ज करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के पास इसके पर्याप्त सबूत हैं। दरअसल, मंगलवार को राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को गुवाहाटी में प्रवेश करने से रोकने को लेकर कांग्रेस समर्थकों और असम पुलिस के बीच जोरदार झड़प हुई थी। इसके बाद तनाव बढ़ गया। स्थानीय प्रशासन ने राहुल गांधी की न्याय यात्रा को गुवाहाटी शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी। इस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने खानापाड़ा के कोईनाधारा में इसके विरोध में प्रदर्शन किया। इसके बाद तनाव बढ़ गया।
पुलिसकर्मियों को मारने के लिए भीड़ को उकसाया
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने राज्य पुलिस को निर्देश दिया है कि कांग्रेस कार्यकतार्ओं और पुलिस के बीच झड़प के बाद ‘भीड़ को उकसाने’ के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाये। पुलिस को कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा। मजे की बात तो यह है कि राहुल गांधी ने इसके बाद अपने सम्बोधन में स्वयं कुबूल भी कर लिया कि वह शक्तिशाली हैं।
कानून के हाथ लम्बे हैं और वे आप तक पहुंचेंगे
मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘सबूत सामने आ रहे हैं कि कैसे राहुल गांधी और जितेंद्र सिंह ने भीड़ को असम पुलिसकर्मियों को मारने के लिए उकसाया। हमारे सैनिक जनता के सेवक हैं, किसी शाही परिवार के नहीं। निश्चिंत रहें, कानून के हाथ बहुत लम्बे हैं और वे आप तक जरूर पहुंचेंगे।’
इससे पहले एक पोस्ट में असम के मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी पर भीड़ को भड़काने के लिए ‘नक्सली रणनीति’ अपनाने का आरोप लगाया था। उन्होंने लिखा, ‘ये असमिया संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं। हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं। ऐसी ‘नक्सली रणनीति’ हमारी संस्कृति के लिए पूरी तरह से अलग है। मैंने भीड़ को उकसाने और फुटेज का उपयोग करते हुए आपके नेता राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए डीजीपी असम पुलिस को निर्देश दिया है। आपने सबूत के तौर पर अपने हैंडल पर पोस्ट किया है।’