दार्जिलिंग में कंचनजंगा एक्सप्रेस से टकरायी मालगाड़ी, प्रधानमंत्री और रेल मंत्रालय ने मुआवजा किया घोषित, रेल मंत्री ने घायलों से की मुलाकात, जाना उनका हाल
Kolkata news : पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के पास सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी के बीच सोमवार को हुई टक्कर में 02 रेल कर्मियों सहित 09 लोगों की मौत हो गयी। मृतकों में मालगाड़ी के लोको पायलट और कंचनजंगा एक्सप्रेस के ट्रेन मैनेजर (गार्ड) भी शामिल हैं। इस हादसे में कुल 41 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 09 लोग गम्भीर रूप से घायल हैं। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि हादसे में कम-से-कम 15 यात्रियों की मौत हो गयी है और 60 घायल हुए हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सोमवार शाम को दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने समीप के अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों से भी मुलाकात की। वैष्णव ने कहा, ‘रेलवे सुरक्षा आयोग घटना की पूरी जांच करेगा। बचाव अभियान समाप्त हो चुका है और अब रेलवे का ध्यान ट्रैक बहाली पर है। यह मुख्य लाइन है। हम इस दुर्घटना के पीछे के कारणों की पहचान करेंगे और भविष्य के लिए उचित निवारक उपाय करेंगे।’
रेलवे के अनुसार, यह टक्कर सोमवार सुबह 8.55 बजे न्यू जलपाईगुड़ी से करीब 10 किलोमीटर दूर रंगापानी स्टेशन के पास हुई। घटना के चलते कंचनजंगा एक्सप्रेस के पीछे के चार कोच और मालगाड़ी के पांच कोच पटरी से उतर गये थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल दुर्घटना में मारे गये प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 02-02 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की। वहीं, भारतीय रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, गम्भीर रूप से घायलों को 02-02 लाख रुपये और सामान्य घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना और प्रार्थना व्यक्त की। साथ ही, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
अधिकारियों ने दी जानकारी
घरेलवेटना के संदर्भ में रेल अधिकारियों ने पहले बताया था कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। राज्य और केन्द्र की कई एजेंसियां स्थानीय लोगों के साथ मिल कर उन यात्रियों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रही हैं, जो अभी भी अंदर फंसे हो सकते हैं।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष जया वर्मा ने बताया कि मृतकों में मालगाड़ी का पायलट और सह-पायलट भी शामिल है। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में घायल हुए लोगों को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया है।
इधर, दुर्घटनास्थल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पहुंचे हैं। वह विशेष विमान से बागडोगरा हवाई अड्डे पहुंचे। उसके बाद सड़क मार्ग से दुर्घटनास्थल के करीब गये और वहां से बाइक पर बैठ कर दुर्घटनास्थल पर पहुंचे।
एक अधिकारी ने बताया कि जहां दुर्घटना हुई है, वहां की सड़क बड़े वाहनों के चलने के लिहाज से संकरी होने के कारण रेल मंत्री को दुर्घटनास्थल तक पहुंचने के लिए कुछ दूरी तक मोटरसाइकिल के पीछे बैठ कर तय करनी पड़ी।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के एक अधिकारी के अनुसार, सोमवार सुबह रंगापानी स्टेशन के पास एक मालगाड़ी सियालदह जानेवाली कंचनजंगा एक्सप्रेस से पीछे से टकरा गयी, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की मौत हो गयी और काफी लोग घायल हो गये। उत्तर बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से लगभग 30 किलोमीटर दूर रंगापानी स्टेशन के पास मालगाड़ी के इंजन द्वारा पीछे से टक्कर मारे जाने के कारण कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन के तीन डब्बे पटरी से उतर गये।
दुर्घटना के बाद राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए सोमवार को पश्चिम बंगाल रवाना हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पीड़ितों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गम्भीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता दी जायेगी।’
ममता बनर्जी दुखी, राज्य के अधिकारियों को दिये बचाव कार्य में सहयोग के निर्देश
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘दार्जिलिंग के फांसीदेवा इलाके में एक रेल दुर्घटना के बारे में जानकर बहुत दु:ख हुआ। राहत बचाव काम और लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए डीएम, एसपी, डॉक्टर, एम्बुलेंस और रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंच गये हैं।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, डॉक्टर, एंबुलेंस और आपदा टीमों को बचाव, राहत और चिकित्सा सहायता के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है। युद्धस्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।’
इस बयान के बाद बंगाल की सीएम ममता बनर्जी घटनास्थल के लिए रवाना हो गयीं।एक अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राहत कार्यों का निरीक्षण करने और घायलों से मिलने के बाद रेल दुर्घटनास्थल का दौरा करेंगे।
बाकी यात्रियों को लेकर हावड़ा रवाना हो गयी कंचनजंगा एक्सप्रेस
रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस ने बाकी यात्रियों को लेकर अप्रभावित डिब्बों के साथ कोलकाता के लिए अपनी यात्रा शुरू कर दी है। पूर्वी रेलवे के सीपीआरओ कौशिक मित्रा ने संवाददाताओं को बताया, ‘ट्रेन दुर्घटनास्थल से दोपहर करीब 12.40 बजे रवाना हुई और इसके रात आठ बजे सियालदह पहुंचने की उम्मीद है।’
दुर्घटना के कारण उत्तर बंगाल और देश के पूर्वोत्तर भाग से लम्बी दूरी की रेल सेवाएं प्रभावित हुईं। कोलकाता में पूर्वी रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना स्थल पर पटरियां अवरुद्ध होने के कारण लम्बी दूरी की कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर उन्हें उनके सामान्य मार्ग के बजाय सिलीगुड़ी-बागडोगरा-अलुआबारी क्षेत्र से गुजारा जा रहा है।
कई ट्रेनों का मार्ग बदला गया
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि जिन ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया है, उनमें गुवाहाटी-सरायघाट एक्सप्रेस, गुवाहाटी-बेंगलुरु एक्सप्रेस, एनजेपी-हावड़ा वंदे भारत, कामरूप एक्सप्रेस और उत्तरबंगा एक्सप्रेस शामिल हैं। राज्य सरकार के अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित यात्रियों के परिवहन के लिए आपातकालीन आधार पर क्षेत्र से अतिरिक्त बस सेवाएं शुरू की जा रही हैं।
इस वजह से हुई है दुर्घटना
शुरुआती आकलन से पता चला है कि मालगाड़ी के लोको पायलट ने शायद सिग्नल की अनदेखी की होगी। हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो पायी है कि सिग्नलिंग सिस्टम में कोई समस्या थी या नहीं या इस बात का कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है कि एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनें एक-दूसरे के इतने करीब कैसे आ गयीं।
दार्जिलिंग से भाजपा सांसद राजू बिस्ता उन नेताओं में शामिल हैं, जो बचाव कार्यों का निरीक्षण करने के लिए तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे। ट्रेन में सवार यात्रियों ने यह भी दावा किया है कि दुर्घटना के काफी देर बाद बचाव अभियान शुरू हुआ।
रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नम्बर
टक्कर इतनी जोरदार थी कि मालगाड़ी के इंजन पर एक्सप्रेस ट्रेन का एक डिब्बा हवा में लटक रहा है। अन्य दो डिब्बे बेपटरी हो गये हैं। इस दुर्घटना के बाद लोगों की सुविधाओं के लिए रेलवे ने हेल्पलाइन नम्बर जारी किये हैं। ये नंम्बर 033-23508794 और 033-23833326 (सियालदह) और 03612731621, 03612731622 और 03612731623 गुवाहाटी हैं।