Impact of upcoming elections: Samajwadi Party distances itself from Swami Prasad Maurya’s statement, taunts BJP, Up news, Samajwadi party and BJP, National top news, new Delhi top news, national news, national update, national news : 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अब राजनीतिक दलों पर इसका असर साफ दिखने लगा है। पार्टियां अब अपने वोट समीकरण को देखते हुए बयान दे रही हैं। इसलिए समाजवादी पार्टी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से अपने को अलग कर लिया है।हालांक की लंबे अरसे से स्वामी प्रसाद मौर्य अनाप-शनाप बयान देते आ रहे हैं, लेकिन पहले समाजवादी पार्टी ने इस बाबत पूछने पर भी कोई जवाब नहीं दिया था। लेकिन अब वह खुलकर स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध कर रही है। कारण एक ही है वोट। समाजवादी पार्टी के स्वामी प्रसाद के विवादित बयान से जहां एक तरफ उनकी समाजवादी पार्टी ने किनारा कर लिया, वहीं भाजपा के नेताओं ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बयान में कहा था कि ‘हिन्दू एक धोखा है।’ उन्होंने सोमवार को यह बयान जंतर- मंतर पर दिया था, जिसमें उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के
बयानों का हवाला दिया था।
डिंपल यादव ने कहा- मौर्य का बयान व्यक्तिगत
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान पर समाजवादी पार्टी की नेता व सांसद डिंपल यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य का यह व्यक्तिगत बयान है। यह पार्टी की सोच नहीं है। इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। दीगर है कि इस तरह के बयान देने से समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव मना करते रहे हैं। इसके बावजूद इस तरह के बयान आने के बाद भाजपा नेताओं ने आड़े हाथ ले लिया है। भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य और उदयनिधि स्टालिन जैसे लोग सनातन धर्म और हिन्दू धर्म का अपमान कर रहे हैं।
पिछड़े समुदाय के लोग भगवान राम और भगवान कृष्ण को दूसरों से ज्यादा पूजते हैं
स्वामी प्रसाद ने बहुत कुछ बोला है। सुशील कुमार ने यह भी कहा है कि रामचरितमानस के बारे में स्वामी प्रसाद मौर्य का मानना है कि हिन्दू धर्म को गाली देकर उन्हें पिछड़े समुदाय के वोट मिलेंगे, लेकिन वह भूल जाते हैं कि पिछड़े समुदाय के लोग भगवान राम और भगवान कृष्ण को दूसरों से ज्यादा पूजते हैं। ऐसे बयान देने के बाद उन्हें आगामी चुनावों में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर केन्द्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने सोशल मीडिया एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि चाहे स्वामी प्रसाद मौर्य हों या आएनडीआई गठबंधन का कोई भी नेता, वे ‘धर्म’ का अर्थ नहीं समझते। उनकी विचारधारा तुष्टीकरण पर आधारित है और यह वोटों के लिए किया जाता है।