Know About Blue AADHAR Card : आज के देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के चीफ मिनिस्टर के रूप में आधार कार्ड का घोर विरोध करते थे। संपूर्ण भाजपा ने इसका विरोध किया था। आज खुशी की बात है कि उन्होंने आधार कार्ड के यूज को हमारे जीवन के लिए ज्यादा उपयोगी बना दिया है। हम सब जानते हैं कि देश में कई कल्याणकारी योजनाओं, सरकारी सब्सिडी और इसी तरह के अन्य लाभ प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड जरूरी केवाईसी दस्तावेजों में से एक है। इसमें लोगों की महत्वपूर्ण जानकारी होती है, जिनमें पूरा नाम, स्थायी पता और जन्म तिथि शामिल हैं। साथ ही एक स्पेशल 12 अंकों का यूनीक नंबर भी होता है, जो भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी किया जाता है। आधार को एक महत्वपूर्ण पहचान प्रमाण दस्तावेज माना जाता है। इसी का एक रूप है ब्लू आधार, जिसे बाल आधार के नाम से भी जाना जाता है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों को आधार संख्या नीले अक्षरों में मिलता है।
5 साल से कम आयु के लिए…
ध्यान रहे कि नीला आधार कार्ड बच्चे के पांच वर्ष का होते ही अपनी वैधता खो देता है। जब बच्चा पांच वर्ष का हो जाता है, तो माता-पिता को बच्चे का आधार डेटा बायोमेट्रिक्स के साथ अपडेट कराना चाहिए। यदि इस मामले पर आपका कोई प्रश्न है या अधिक जानकारी चाहते हैं तो आप यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट uidai.gov.in पर जा सकते हैं।
ये हैं महत्वपूर्ण बातें
आइडेंटिफिकेशन को वेरिफाई करने के लिए आधार के ब्लू कार्ड का उपयोग किया जाता है।
माता-पिता को अपने बच्चे की आधार बायोमेट्रिक जानकारी देने की आवश्यकता नहीं है।
नीले आधार कार्ड पर भी 12 अंकों का विशिष्ट पहचान नंबर होती है।
4. पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए यूआईडीएआई नीला आधार कार्ड देता है।
5. बच्चे के 5 साल का हो जाने के बाद नीला आधार कार्ड मान्य नहीं रह जाता है।
ये डॉक्यूमेंट्स हैं जरूरी
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र।
- माता-पिता में से एक का आधार
- बच्चे का आधार नंबर माता-पिता में से किसी एक के आधार नंबर से जुड़ा होता है।
ब्लू आधार कार्ड के लिए ऐसे करें अप्लाई
फेज 1 : यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट uidai.gov.in पर जाएं।
फेज 2: आधार कार्ड रजिस्ट्रेशन के लिए विकल्प चुनें।
फेज 3 : माता-पिता को आवश्यक डेटा देना होगा, जिसमें बच्चे का नाम, अभिभावक या माता-पिता का फोन नंबर, और बच्चे और अभिभावक/माता-पिता से संबंधित अन्य बायोमेट्रिक डेटा शामिल हैं।
फेज 4 : अपने घर का पता, कम्युनिटी, राज्य और अन्य सारी जानकारी प्रदान करें।
फेज 5 : सभी जानकारी सबमिट करें।
फेज 6 : आधार कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए “अपॉइंटमेंट” चुनें।
फेज 7 : करीबी एनरोलमेंट सेंटर पर अपॉइंटमेंट लें और पहचान, पता, जन्मतिथि और रेफ्रेंस नंबर के प्रमाण सहित सभी आवश्यक दस्तावेज लाएं।
फेज 8 : पूरी प्रोसेस समाप्त होने के बाद आधार केंद्र एक रिसीट नंबर जारी करेगा ताकि आप अपनी प्रोग्रेस की निगरानी कर सकें।