Ahmedabad Gujarat news : नवरात्र में जब लोग मां दुर्गा की आराधना में लगे थे, तभी अंधविश्वास में एक पिता ने धन के लालच में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली अपनी ही 14 साल की बेटी की बलि दे दी। घटना के कुछ दिनों बाद जब यह जानकारी पुलिस को मिली तो आरोपित पिता से पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। बेटी की हत्या का आरोपित गीर सोमनाथ के धावागीर गांव का निवासी है। उसका नाम भावेश गोपाल अकबरी है। स्थानीय लोगों के अनुसार नवरात्र के दौरान भावेश गोपाल अकबरी धार्मिक कार्यों में व्यस्त नजर आ रहा था। नवरात्र के कुछ दिन बाद आसपास के लोगों को उसकी पुत्री की मौत की सूचना मिली। इसके बाद कुछ लोगों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। स्थानीय लोगों के अनुसार भावेश ने धन के लालच में उसकी बलि चढ़ा दी। नवरात्र में वह किसी तांत्रिक क्रिया को अंजाम देने में जुटा था।
तंत्र मंत्र के सामान बरामद, पर पुलिस नहीं कर रही पुष्टि
हालांकि इस मामले में बलि देने की बात को पुलिस अभी पुष्टि नहीं कर रही है। आरोपित पिता ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि बीमारी के कारण उसकी मृत्यु हुई है, परंतु रात में गुपचुप तरीके से अंतिम संस्कार करने को लेकर पूछे गए सवाल का वह जवाब देने में असफल रहा। बताया जा रहा है कि बलि के बाद वह अपनी पुत्री को तंत्र-मंत्र से पुनः जिंदा करने का घंटों प्रयास करता रहा लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। इस मामले में पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह जाडेजा ने कहा है कि पिता के बयान अस्पष्ट हैं, लेकिन उसके घर से तंत्र-मंत्र के सामान बरामद किये गए हैं। मासूम की हत्या करने अथवा बलि देने की बात की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। अभी मामले की जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद ही पुलिस मामले का खुलासा करेगी।