New Delhi (नई दिल्ली) में स्पेशल एनआईए कोर्ट ने 25 मई को अलगाववादी नेता यासीन मलिक को उम्रकैद की सजा सुनाई। इसके साथ ही 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। इससे पहले यासीन मलिक ने एनआईए की एक अदालत से कहा कि अगर खुफिया एजेंसियां आतंकवाद से जुड़ी किसी भी गतिविधि को साबित करती हैं, तो वह फांसी को स्वीकार कर लेंगे। विशेष एनआईए न्यायाधीश प्रवीण सिंह के समक्ष सुनवाई के दौरान मलिक ने कहा, “मैं किसी से भीख नहीं मांगूंगा। मामला इस अदालत के समक्ष है और मैं इस पर फैसला करने के लिए अदालत पर छोड़ता हूं।”
इंटरनेट सेवाएं बंद
यासीन को सजा सुनाए जाने के बाद कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। केंद्र शासित प्रदेश में एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट बंद करने की सूचना मिली है। मलिक को आतंकी फंडिंग मामले में दोषी ठहराया गया था।
फिक्स जुलाई ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं चालू
हालांकि, जम्मू-कश्मीर में फिक्स्ड लाइन ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं चालू हैं। श्रीनगर के मैसूमा इलाके (जहां मलिक का घर है), सहित कानून-व्यवस्था की स्थिति से संवेदनशील माने जाने वाले सभी स्थानों पर सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी के अन्य हिस्सों में भी तैनाती को मजबूत किया गया है। मैसूमा क्षेत्र में पथराव की एक घटना को छोड़कर, श्रीनगर शहर और अन्य जगहों पर स्थिति आमतौर पर शांतिपूर्ण रही। मैसूमा में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के कनस्तरों का इस्तेमाल किया।