राष्ट्रपति चुनाव से 48 घंटे पहले भाजपाइयों ने पश्चिम बंगाल के आदिवासी बहुल इलाकों में पोस्टर लगाए हैं। इसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आदिवासी विरोधी बताया है। करार दिया गया है। भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति के तौर पर द्रौपदी मुर्मू को समर्थन न करने के लिए भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की खूब खिंचाई की है। भाजपा ने कहा है कि ममता हमेशा से ही आदिवासियों की विरोधी रही हैं। यह पोस्टर झाड़ग्राम, बांकुड़ा, जंगलमहल इलाके में लगाए गए हैं। इन इलाकों में आदिवासी भारी तादाद में निवास करते हैं।
ममता आदिवासी समाज का नहीं कर रहीं समर्थन
भाजपा ने अपने पोस्टर में लिखा है कि आदिवासी जनजाति संप्रदाय की विरोधी ममता। भाजपा ने एक आदिवासी जनजाति महिला को देश का सर्वोच्च पद राष्ट्रपति के पद प्रार्थी के लिए मनोनीत करके देश के समस्त आदिवासी जनजाति संप्रदाय को सम्मानित किया है। यह आदिवासी जनजाति समुदाय के लिए गर्व की बात है। ममता बनर्जी आदिवासी समाज का समर्थन नहीं कर रही हैं। सच्चाई यह है कि वह आदिवासी समुदाय के करीब आने से हमेशा हिचकती रही हैं।
पोस्टर के जरिए भाजपा साध रही ममता पर निशाना
भाजपा द्वारा लगाए गए पोस्टर में ममता बनर्जी आदिवासी महिलाओं के साथ नृत्य कर रही हैं, लेकिन वह अपने हाथों में दस्ताने पहने हुए हैं। भाजपा का आरोप है कि ममता नहीं चाहती हैं कि आदिवासी समुदाय के लोग उन्हें छुएं। इसके पहले भी भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख और बंगाल के सह प्रभारी अमित मालवीय ने इसके लिए ममता की खिंचाई की थी।
सभी विधायकों और सांसदों को कोलकाता बुलाया
बताते चलें कि सोमवार को राष्ट्रपति पद के लिए मतदान होना है। इसके मद्देनजर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों और विधायकों को कोलकाता बुला लिया है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सांसद शिशिर अधिकारी और दिव्येंदु अधिकारी दिल्ली चले गए हैं। दोनों ने कहा है कि वह दिल्ली से ही वोटिंग करेंगे। ये दोनों नेता राज्य के वरिष्ठ भाजपा नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के पिता और भाई हैं।