New Delhi news : केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आज यहां भारत मंडपम में अंतरराष्ट्रीय चीनी संगठन (आईएसओ) की 64वीं परिषद बैठक का उद्घाटन किया। उद्घाटन भाषण के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लगभग 5 करोड़ किसान गन्ने की खेती में लगे हुए हैं और यह उद्योग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के पर्याप्त अवसर प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत गैसोलीन के साथ 12 प्रतिशत इथेनॉल का उत्पादन करता है। जल्द ही हम 20 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल कर लेगा।
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30 से अधिक देशों के विशेषज्ञों ने लिया हिस्सा
आईएसओ की 64वीं परिषद बैठक में गन्ना, चीनी और संबंधित क्षेत्रों में भविष्य की संभावनाओं, चुनौतियों और रणनीतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए 30 से अधिक देशों के विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। बैठक 27 जून, 2024 को समाप्त होगी। इससे पहले भारत ने 2012 में आईएसओ परिषद के 41वें सत्र की मेजबानी की थी।
कार्यक्रम के आयोजन के लिए भारत को बधाई
भारत सरकार के खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव और आईएसओ के अध्यक्ष संजीव चोपड़ा ने बताया कि भारत और ब्राजील दोनों शीर्ष चीनी उत्पादक देश हैं, इसलिए स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल उच्च उपज और सुक्रोज सामग्री वाली उन्नत किस्मों को विकसित करने के लिए गन्ना अनुसंधान और विकास में सहयोगात्मक और समन्वित प्रयास किए जाने चाहिए। आईएसओ के कार्यकारी निदेशक जोस ओरियो ने आईएसओ के मामलों को सफलतापूर्वक प्रबंधित करने और इतने भव्य तरीके से कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भारत को बधाई दी। उन्होंने भारत सरकार और भारतीय चीनी और जैव ईंधन उद्योग के बीच तालमेल की सराहना की, जिसने इस क्षेत्र में भारत के विकास में योगदान दिया है।