Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

Indian Railway : नाम एक्प्रेस, चाल पैसेंजर से भी बदतर, इससे सफर की सोचिएगा भी नहीं

Indian Railway : नाम एक्प्रेस, चाल पैसेंजर से भी बदतर, इससे सफर की सोचिएगा भी नहीं

Share this:

National news, Indian Railway: क्या आपने हावड़ा-अमृतसर मेल का नाम सुना है। अगर नहीं तो नाम से यह स्पष्ट हो ही गया होगा कि यह ट्रेन पश्चिम बंगाल को पंजाब से जोड़ती है। परंतु इससे यात्रा करना सबके बस की बात नहीं। लगभग 2000 किलोमीटर का यह सफर यह ट्रेन पश्चिम बंगाल, झरखंड, बिहार, यूपी, हरियाणा होते हुए 37 घंटे में पूरे करती है। कहने को यह ट्रेन एक्सप्रेस है, किराया भी आपको उसी अनुरूप देने होंगे, परंतु चाल ऐसी कि पूछो मत। हर स्टेशन पर पैसेंजर को चढ़ाती और उतारती है। और तो और हर दूसरे स्टेशन पर विश्राम अलग करती है।

सर्वाधिक 111 स्टोपेज वाली है यह ट्रेन

आपको बता दें, जिन पांच-छह राज्यों से गुजरते हुए यह ट्रेन अपने गंतव्य तक पहुंचती है, उनमें 111 स्टोपेज हैं, जिन्हें गिनते-गिनते आपकी दो रातें और एक पूरा दिन गुजर जाएगा, तब आपको आपकी मंजिल दिखेगी। इससे इतर डिब्रुगढ से कन्याकुमारी तक की 4234 किलोमीटर की दूरी नौ राज्यों को पार करते हुए लांघने वाली डिब्रुगढ- कन्याकुमारी विवेक एक्सप्रेस 59 स्टेशनों पर ही रुकती है।

Share this: