National news: भारतीय वायु सेना (Indian Air force) ने अपने उन्नत मिग-29 यूपीजी लड़ाकू विमानों को श्रीनगर में तैनात किया है। 2019 में सर्जिकल स्ट्राइक (surgical strike) के दौरान पाकिस्तानी हवाई हमले को देखते हुए यह तैनाती की गयी है। इसी के साथ वायु सेना मिग-29यूपीजी का कुल तकनीकी जीवन (TTL) 10 वर्षों (10 years) तक बढ़ाने की योजना बना रही है। अभी मिग-29 लड़ाकू विमानों का टीटीएल 40 साल है, जिसे दूसरा जीवन विस्तार देकर 50 साल (50 years) किये जाने पर विचार किया जा रहा है। मिग-29 का उन्नत तकनीकी जीवन 2025 से समाप्त होना शुरू हो जायेगा।
फाइटर जेट्स मिग-29 का दूसरा जीवन विस्तार
भारतीय वायु सेना फ्रंटलाइन फाइटर (frontline fighter) जेट्स मिग-29 के बेड़े के लिए दूसरा जीवन विस्तार कार्यक्रम ( life extension program) शुरू करने की योजना बना रही है, जो उनकी सेवा अवधि को 40 साल से बढ़ाकर 50 साल कर देगा। 1986 में शामिल किये गए मिग-29 का पहला जीवन विस्तार कार्यक्रम 2000 के दशक के मध्य में शुरू किया गया था। तत्कालीन रक्षा मंत्री (defence minister) एके एंटनी (AK Antony) ने संसद में मिग-29 के तकनीकी जीवन को 25 वर्ष से बढ़ाकर 40 वर्ष किये जाने की जानकारी दी थी। वायु सेना (Air force) सूत्रों के अनुसार मिग-29 विमान का उन्नत तकनीकी जीवन 2025 से समाप्त होना शुरू हो जायेगा। पहले से ही लड़ाकू स्क्वाड्रन की संख्या कम होने और बेड़े में शामिल होने वाले विमानों की धीमी प्रगति को देखते हुए मिग-29 के बेड़े को अधिकतम समय तक सेवा में प्रभावी रखना जरूरी हो गया है।