National News update, New Delhi, Inflation Cautioned Modi Government, Pulses Price Increasing : देश में बढ़ रही महंगाई को लेकर मोदी सरकार गंभीर हो गई है। कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और अगले साल लोकसभा के चुनाव भी। इस बीच सब्जियों के दाम में उछाल के बाद बाजार में दालों की कीमतें भी तेजी से उछल रही हैं। सरकार ने अब बफर स्टॉक के जरिये मार्केट में बिकने वाली अरहर की दाल के दाम को नियंत्रण में लाने का फैसला किया है। जैसे ही बाजार में कम सप्लाई के कारण दालों की कीमतें बढ़ने लगेंगी, तब सरकार अपने बफर स्टॉक के जरिये सप्लाई करके कीमत को नियंत्रित करेगी। सरकार का यह प्रयास है कि अरहर की दाल की सप्लाई में रुकावट नहीं आने दिया जाए।
जमाखोरों को चेतावनी, जमाखोरी करने पर होगी कठोर कार्रवाई
सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब यदि कोई भी दालों की जमाखोरी करेगा तो उसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार द्वारा ये फैसला लेने के बाद से ही राज्य सरकार जमाखोरों पर कड़ी नजर रख रही है। सरकार स्टॉक होल्डिंग संस्थानों पर भी नजर रख रही है। दो महीने पहले जहां अरहर दाल की कीमत 90 रुपये से 110 रुपये किलो के बीच थी, जो अब बढ़कर 130 रुपये से लेकर 150 रुपये किलो तक हो गई है। देश में अरहर की दाल की सालाना मांग 50 लाख टन के करीब है। वहीं बात उत्पादन की करे तो यह 2022-23 में फसल सीजन के समय उत्पादन लगभग 37 लाख टन है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि अगर सरकार ने बफर स्टॉक के जरिये दाल की बिक्री नहीं की तो त्योहारी सीजन में दाल की मांग में लगभग तीस प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके कारण दाल के दाम 200 रुपये तक भी जा सकते हैं।