National News Update, New Delhi, Inflation Fear Bady Affecting Common Indian & Lower Middle Class : टमाटर के दाम बढे तो बढ़ते रहे। थोड़ा-बहुत उतार-चढ़ाव के बावजूद गरीबों के घर में इसे नहीं देखा जा रहा। सामान्य मिडिल क्लास भी इसे खरीदने की स्थिति में नहीं है। अन्य सब्जियों के दाम कहीं कम तो कहीं ज्यादा हैं। इस बीच अपडेट खबर यह है कि बाजार में दाल के रेट 40 रुपए प्रति किलो अचानक बढ़ जाने से लोग हैरान हैं। ऐसे मे ये लगने लगा है की टमाटर के साथ साथ लोगों को दाल से भी दूरी बनानी पड़ेगी। दाल महंगी होने की वजह से किचन का बजट भी बिगड़ रहा है। अरहर की दाल हो या उड़द और मूंग दाल, सभी के दाम आसमान छू रहे है। बाजार में इस समय अरहर की दाल 135 से 170 रुपए किलो के बीच है। ऐसे ही चना की दाल 100 से 110 के बीच में मिल रही है। मूंग दाल 110 से 115 रुपए के भाव मिल रही है। हालांकि 20 दिन पहले अरहर की दाल 115 से 120 रुपए किलो मिल रही थी। इस तरह 40 रुपए की उछाल आई है। लोगों का कहना है कि पहले ही बड़ी मुश्किल से घर का खर्च चल रहा था, लेकिन दाल और टमाटर के भाव बढ़ने के बाद अब तो खर्च चलाना और भी कठिन हो गया है।
व्यापारियों का सुनिए तर्क
दाल की बढ़ती कीमतों को लेकर व्यापारियों का कहना है कि दाल की खेती कम हुई है, इसलिए दाम बढ़ रहे हैं। यही वजह है कि इसकी आवक भी कम हो रही है। ऐसे में दाल कम होने की वजह से दाम बढ़ाना स्वाभाविक है। वही आम इंसान का कहना है कि यदि दामों में नियंत्रण के लिए कोई कदम नहीं उठाए जाताज्ञतो कई ऐसे व्यापारी हैं, जो आवक में कमी बताकर दाल के दाम बढ़ा देते हैं। प्रशासन कोई निगरानी नहीं करता। पूरा बाजार कुछ व्यापारियों के इशारे पर घूमता है। आम जनता की कमर महंगाई तोड़ रही है।