National news, Nagpur news, cancer diagnose, inspiring, Maharashtra news : कैंसर पीड़ित महिला के लिए त्रिपुरा की पांच साल की बच्ची ने आदर्श स्थापित कर दिया। इस नन्ही-सी उम्र में बच्ची ने कुछ ऐसा करके दिखा दिया, जिससे लोग उसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। दरअसल, नागपुर राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में कैंसर से पीड़ित महिला संघमित्रा शालिग्राम का इलाज किया जा रहा था। कीमोथेरेपी के बाद उनके केश झड़ गये। इसके बाद वह हेयर ट्रांसप्लांट कराना चाहती थी। संघमित्रा का अनुरोध बेंगलुरु स्थित एक एनजीओ द्वारा बाराडोवाली, अगरतला के निवासी और अनुसूया के पिता अनिमेष घोष को भेजा गया था। अनुसूया के परिवार ने उनकी जरूरत को समझते हुए एक निर्णय लिया। उन्होंने अपनी बच्ची का केश कटवा कर संघमित्रा को भेज दिया। अनुसूया घोष त्रिपुरा के शिशु बिहार स्कूल की छात्रा है।
अनुसूया की मां ने कहा
अनुसूया की मां सीमा चकमा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमें बेंगलुरु स्थित एक एनजीओ के माध्यम से नागपुर कैंसर संस्थान में इलाज करा रही महिला के बारे में पता चला। हमने अपनी बेटी के लम्बे केशों को उसके हेयर ट्रांसप्लांट के लिए दान करने का निर्णय किया। यदि उसके केशों का उपयोग कैंसर रोगी के बाल प्रत्यारोपण के लिए किया जाता है, तो हम आभारी होंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या अनुसूया मदद के लिए तैयार है, सीमा ने कहा कि वह वास्तव में इस नेक काम के लिए अपने लम्बे केश दान करने को लेकर उत्साहित हैं। मैं और मेरे पति छोटी-छोटी सामाजिक सेवाओं में लगे हुए हैं। इसलिए, हमने यह कदम उठाने के बारे में सोचा और अनुसूया अपने केश दान करने के लिए बहुत उत्सुक हैं। इसके बाद बच्ची ने अपने केशों को कैंसर पीड़ित महिला के लिए दान कर दिया।