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कहीं एक और कारगिल जैसा युद्ध की रणनीति तो नहीं बना रहा पाकिस्तान …

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Srinagar news : 1999 के कारगिल युद्ध में बुरी तरह मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान अपनी नापाक हरकत से बाज नहीं आ रहा है। ऐसा पता चल रहा है कि जम्मू संभाग और कश्मीर घाटी में हाल ही में हुए आतंकी हमलों के पीछे पाकिस्तानी सेना के विशेष सेवा समूह (एसएसजी) का हाथ है।  सूत्रों के अनुसार, भारत में हुए इन हमलों की पूरी रणनीति पाकिस्तानी सेना के एसएसजी कमांडो के जीओसी आदिल रहमानी बना रहा था। इतना ही नहीं, आदिल रहमानी जम्मू संभाग और कश्मीर घाटी दोनों में हमले की सोची-समझी रणनीति पर काम कर रहा है। 

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27 जुलाई की बड़ी घटना

27 जुलाई को कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) की संलिप्तता जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों में पाकिस्तानी सेना की सीधी भागीदारी की पुष्टि करती है। पूर्व डीजीपी डॉ. एसपी वैद का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में हो रहे हमलों के पीछे सीधे तौर पर पाकिस्तानी सेना का हाथ है। आदिल रहमानी की निगरानी में इस ऑपरेशन के लिए करीब 600 एसएसजी कमांडो को लगाया गया है। इन उच्च प्रशिक्षित कमांडो को क्षेत्र में हवाई मार्ग से उतारा गया है, जिनमें से कई पहले ही भारत में प्रवेश कर चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि कमांडो का नेतृत्व पाकिस्तानी सेना के विशिष्ट एसएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल शाहिद सलीम कर रहे हैं, जो जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ कर चुके हैं और इन कमांडो और आतंकवादियों को हमले करने के लिए मार्गदर्शन कर रहे हैं। 

70-80 विदेशी आतंकी 

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहले ही मान लिया था कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में करीब 70-80 विदेशी आतंकी मौजूद हैं। अगर हालिया रिपोर्टों पर विश्वास किया जाए तो यह संख्या कहीं अधिक है। और न केवल जम्मू क्षेत्र के पुंछ, किश्तवाड़, कठुआ और डोडा जिलों में बल्कि कश्मीर घाटी के उत्तरी भाग जैसे कुपवाड़ा, हंदवाड़ा और बांदीपोरा में भी। इसका मतलब है कि आने वाले महीनों में सुरक्षा बलों के सामने बहुत बड़ा काम है और उन्हें सतर्क रहना होगा।

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