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सनातन धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणियों का मामला राज्यसभा में उठा, स्टालिन पर कार्रवाई की मांग

सनातन धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणियों का मामला राज्यसभा में उठा, स्टालिन पर कार्रवाई की मांग

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Top National news, National update, New Delhi news, latest National Hindi news, Sanatan Dharm, objectionable comments ,The matter was raised in Rajya Sabha, Demand for action against Stalin : सनातन धर्म के अपमान का मुद्दा मंगलवार को राज्यसभा में भी गूंजा। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्यसभा सदस्य जीवीएल नरसिम्हा राव ने सनातन धर्म का अपमान करने वाले तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन व राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कार्रवाई की मांग की है। राव ने आज सदन में शून्यकाल के दौरान उदयनिधि स्टालिन और राज्य सरकार पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि तमिलनाडु के मंत्री ने सार्वजनिक तौर पर सनातन धर्म को अपमानित किया है । वह सनातन धर्म के उन्मूलन की बात कह रहे हैं। ऐसे लोगों को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उदयनिधि स्टालिन सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ रहे हैं।

iNDI  का उद्देश्य सनातन को अपमानित करना

राव ने अपने उद्बोधन के दौरान आई.एन.डी.आई. गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि इस गठबंधन का उद्देश्य सिर्फ सनातन को अपमानित करना है। यह गठबंधन भारत विरोधी एजेंडा चला रहा है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन सनातन पर टिप्पणी कर सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने का काम करते हैं और आई.एन.डी.आई. गठबंधन का कोई नेता कुछ नहीं बोलता है। उल्लेखनीय है कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने बीते दिनों अपने भाषण में सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से की थी। इसको लेकर उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद उन्होंने अपने बयान को लेकर माफी नहीं मांगी। इसको लेकर भाजपा ने विरोध जताया है।

स्टालिन ने केंद्र से मांगे 5000 करोड़ रुपये 

तमिलनाडु में मिचौंग तूफान के चलते हुई तबाही के मद्देनजर मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मंगलवार को केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई। बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से चर्चा में स्टालिन ने कहा कि इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। केंद्र सरकार को भी पत्र लिखा गया है। केंद्र सरकार से राज्य को तुरंत 5000 करोड़ रुपये देने की मांग की गई है।

उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान मिचौंग की वजह से पिछले दो-तीन दिनों में चेन्नई सहित तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है। 

सभी जरूरी कदम उठा रही है तमिलनाडु सरकार

तूफान के मद्देनजर राज्य सरकार युद्ध स्तर पर सभी जरूरी कदम उठा रही है। तूफान ने चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लुर और चेंगलपट्टू जिलों में भारी तबाही मचाई है। आज शैक्षणिक संस्थानों, बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए अवकाश घोषित किया गया है। डीएमके राज्य में मिचौंग तूफान से हुई तबाही का मुद्दा संसद में भी उठाने की तैयारी में है। डीएमके के लोकसभा सदस्य टीआर बालू ने बताया कि वे राज्य में बाढ़ के हालात से केंद्र सरकार को अवगत कराएंगे। मदद की गुहार लगाएंगे। पि राज्य सभा में डीएमके सांसद त्रिची शिवा इस मुद्दे पर बात रखेंगे।

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