Enforcement directorate यानी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों ने फर्जी बंदूक लाइसेंस घोटाले के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर में 11 स्थानों पर Raid मारी। इस मामले में गैर-हकदार व्यक्तियों को 2.78 लाख रुपये जारी किए गए थे। सूचना के अनुसार ईडी ने 24 मार्च की शाम तक छापेमारी की थी। गौरतलब है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो पहले से ही मामले की जांच कर रहा है और ईडी ने इस घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग और घोटाले के अन्य वित्तीय पहलुओं की जांच के लिए एक अलग मामला दर्ज किया है।
चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली की टीम ने एक साथ की छापेमारी
ईडी के सूत्रों ने कहा कि चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली की टीमों ने 11 स्थानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की। इसमें एक सेवारत आईएएस अधिकारी और जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा (जेकेएएस) के कई अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने 2013 और 2016 के बीच उपायुक्तों (DC) और अतिरिक्त उपायुक्तों (ADC) के रूप में कार्य किया था। राजीव रंजन, आईएएस, पूर्व कुपवाड़ा डीसी सहित सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों के आवासों पर तलाशी ली गई। इसके अलावा भी कई अन्य अधिकारियों के आवास पर तलाशी ली गई।
6 हथियार डीलरों के घर भी छापा
6 हथियार डीलरों के आवासों पर भी छापेमारी की गई। वहां से आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए, जिससे पता चलता है कि जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ नौकरशाह बंदूक लाइसेंस घोटाले में शामिल हैं।