Jammu-Kashmir News : कश्मीर के 10 जिलों से जम्मू आए कश्मीरी पंडितों के के सामने नई आफत आन पड़ी है। प्रशासन ने प्रधानमंत्री पैकेज के तहत काम कर रहे अधिकतर कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को सितंबर की सैलरी देने इनकार कर दिया है। करीब 4 हजार से ज्यादा कर्मचारी इनमें शामिल हैं। मतलब 80 से 90% लोग ऐसे हैं, जिन्हें अब तक पैसा नहीं मिला है।
153 दिनों से कर रहे हैं प्रदर्शन
ये कर्मचारी पिछले 153 दिनों से अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। ये घाटी से ‘रिलोकेशन’ की एक सूत्री मांग पर अडिग हैं। सरकार के साथ अब तक हुई बातचीत में कोई सहमति नहीं बन पाई है। बड़ी संख्या में धरना दे रहीं महिला कर्मचारियों ने गुस्सा जताते हुए मीडिया को बताया कि दिवाली से ठीक पहले सरकार के फैसले से मुसीबतें बढ़ गई है। क्या सरकार हमें त्योहार पर खुश नहीं देखना चाहती। बता दें कि कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर ने 8 अक्टूबर को आदेश जारी कर कहा था कि जिस कर्मचारी की बायोमीट्रिक अटेंडेंस की डिटेल नहीं होगी, उसकी सितंबर की सैलरी रिलीज नहीं की जाएगी। यह आदेश प्रधानमंत्री पैकेज के तहत काम कर रहे 4 हजार से ज्यादा पंडित कर्मचारियों पर भी लागू होता है।
आज यहां चल रही रियल ‘कश्मीर फाइल’
कुछ कर्मचारियों ने फिल्म ‘कश्मीर फाइल्स’ के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री और अभिनेता अनुपम खेर पर जमकर निशाना साधा और कहा कि ये लोग उनके दर्द को उजागर क्यों नहीं कर रहे हैं। आज यहां रियल ‘कश्मीर फाइल’ चल रही है, फिर सरकार चुप क्यों हैं। धरने पर बैठे लोगों ने बताया कि यह सच है कि अधिकतर कर्मचारियों की सितंबर की सैलरी नहीं मिली है। हालांकि हकीकत यह भी है कि कई विभागों के कर्मचारियों को 3-4 महीने से वेतन ही नहीं दिया गया है।