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JHARKHAND : साहिबगंज की महिला थानेदार रूपा तिर्की का नहीं हुआ था मर्डर, डिप्रेशन में किया था…

JHARKHAND : साहिबगंज की महिला थानेदार रूपा तिर्की का नहीं हुआ था मर्डर, डिप्रेशन में किया था…

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Jharkhand (झारखंड) में साहिबगंज की महिला थानेदार रूपा तिर्की की डेड बॉडी 3 मई 2021 को सरकारी क्वार्टर में फंदे पर लटकी हुई मिली थी। यह मामला राजनीतिक रूप से भी बहुत चर्चित रहा था। रूपा तिर्की ने आत्महत्या की थी या उनका मर्डर हुआ था, इस मामले की पुलिस ने गंभीरता से जांच की थी, फिर भी इस पर तमाम किस्म के सवाल उठ रहे थे। इसलिए हेमंत सरकार ने इसकी जांच के लिए रिटायर्ड जस्टिस वीके गुप्ता की एक सदस्यीय जांच आयोग बनाया था। यह आयोग इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि रूपा तिर्की ने डिप्रेशन में आकर सुसाइड किया था, उनका किसी ने मर्डर नहीं किया था। सीबीआई अभी इस मामले की जांच कर रही है।हत्या का कोई सुबूत नहीं आयोग का मंतव्य है कि दारोगा रूपा तिर्की प्रकरण में हत्या का कोई सुबूत नहीं मिला। रिपोर्ट में रूपा तिर्की द्वारा फांसी लगाने की घटना को मानसिक तनाव का कारण माना गया है। गौरतलब है कि आयोग की यह रिपोर्ट 24 मार्च को संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने सदन के पटल पर रखी थी।शिव कुमार के साथ था प्रेम संबंधरिपोर्ट में गवाहों के बयान सहित अन्य सबूतों के आधार पर कहा गया है कि रूपा व दारोगा शिव कुमार कनौजिया के बीच प्रेम संबंध था। रूपा उससेे शादी करना चाहती थी। शादी को लेकर ही दोनों में अक्सर विवाद होता था। हालांकि दोनों का परिवार शादी के लिए सहमत नहीं था। इस वजह से रूपा तनाव में रहती थी। दोनों ही परिवार अंतरजातीय शादी के विरोध में थे।3 मई 2021 की सुबह दोनों में बातचीतरूपा व शिव के बीच हुई बातचीत व मैसेज को सुनील नामक एक गवाह ने पुलिस को सौंपा। तीन मई की सुबह 3.19 मिनट व 3.59 मिनट पर दोनों के बीच मैसेज का आदान प्रदान हुआ था। इस मैसेज से रूपा की निराशा का पता चलता है। तीन मई को रूपा का फंदे से लटकता शव मिला था। साहिबगंज पुलिस ने शिव को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान रूपा के माता-पिता ने आयोग के समक्ष अपना पक्ष नहीं रखा था। इन गवाहों के बयान दर्ज हुएआयोग ने मामले में गवाह के तौर पर साहिबगंज के एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा, इंस्पेक्टर शशिभूषण चौधरी, एएसआइ प्रदीप कुमार की पत्नी रंजना देवी, रूपा तिर्की की चाची सुमन खलखो, मेडिकल बोर्ड के डॉ मोहन पासवान, डॉ रणविजय, डॉ मो इकबाल, दंडाधिकारी संजय कुमार, सिपाही राकेश राउत, एएसआइ प्रिशिला लकड़ा, एसआइ सुनील कुमार, एसआइ उपेंद्र दास, सिपाही ज्योति देवी, इंस्पेक्टर राजेश, एसआइ स्नेलहता सुरीन व एसआइ ज्योत्सना महतो, शिलवंती मुर्मू, ज्योति देवी, शहिदा, संजय व रामनिवास का बयान जांच के दौरान कलमबद्ध किया था।e3

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