पत्रकार संगठनों के संयुक्त फोरम ने पीआईबी के खिलाफ संसद के आगामी सत्र में प्रदर्शन का एलान किया है। वे पीआईबी रिनुअल एवं नए एक्रीडेशन में विलंब एवं तानाशाही के खिलाफ संघर्षरत हैं। इस दौरान जर्नलिस्ट प्रोटेक्शन एक्ट एवं देश की पुरानी समाचार एजेंसी यूएनआई के अधिग्रहण की भी मांग की जायेगी।बाद ने जॉइंट फोरम की ओर से जाने माने पत्रकार डॉ.समरेन्द्र पाठक की अगुवाई में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,गृह मंत्री एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्री को ज्ञापन दिया जायेगा। यह जानकारी जॉइंट फोरम के संयोजक सुलतान एस. कुरैशी ने आज यहां दी है।उन्होंने कहा कि इसके लिए जॉइंट फोरम में शामिल संगठनों के अलावा प्रेस क्लब ऑफ इंडिया एवं राष्ट्रीय महिला प्रेस क्लब तथा अन्य संगठनों को भी आमंत्रित किया जा रहा है।
14 मार्च को ही दिया गया था ज्ञापन
फोरम में सार्क जर्नलिस्ट फोरम,यूनाइटेड इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन पेरिओडिक्ल प्रेस ऑफ इंडिया,इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन,सेव यूएनआई मूवमेंट आदि शामिल है। जॉइंट फोरम की ओऱ से पीआईबी के प्रधान महानिदेशक श्री जयदीप भटनागर को गत 14 मई को ज्ञापन दिया गया था,लेकिन उन्होंने अभी तक कोई उत्तर नहीं मिला है।इससे उनकी मंशा स्प्ष्ट होती है। सार्क के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम नाथ विद्रोही,इंडिया चैप्टर के महासचिव सुशील भारती, यूआइजेए के अध्यक्ष उमेन्द्र दाधीच एवं पीपीआई प्रमुख डॉ.सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि यह लोकतंत्र है और इसमें अफसरशाही एवं तानाशाही का कोई स्थान नहीं है।इसलिए हमें इस आंदोलन को व्यापक स्तर पर ले जाना पड़ेगा और इसकी सारी जिम्मेदारी उनकी होगी।