Karnataka News : कर्नाटक में चित्रदुर्ग में जगद्गुरु मुरुगराजेंद्र विद्यापीठ मठ के मुख्य पुजारी शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू के खिलाफ बाल यौन शोषण का एक और मामला दर्ज किया गया है। इस बार आश्रम द्वारा संचालित छात्रावास में रहने वाली नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ है। पहला मामला 25 अगस्त को दर्ज किया गया था।
गिरफ्तार हो चुके हैं शरणारू
गौरतलब है कि जगद्गुरु मुरुगराजेंद्र विद्यापीठ मठ के प्रमुख शरणारू को जनता के भारी दबाव के बाद 1 सितंबर की देर रात गिरफ्तार किया गया था। उस पर 2019 और 2022 के बीच 15 और 16 साल की दो लड़कियों के साथ बलात्कार करने का आरोप है और पुलिस ने 25 अगस्त को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत बलात्कार का मामला दर्ज किया था।
लड़कियों के माता-पिता ने दर्ज कराई थी शिकायत
बाल कल्याण समिति द्वारा मैसूर के नज़राबाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस के अनुसार, दो नाबालिग (12 और 14 वर्ष की आयु) मठ द्वारा संचालित श्री जगद्गुरु मुरुघा (एसजेएम) शिक्षण संस्थानों में पढ़ रही थीं। शिकायत दो लड़कियों के माता-पिता ने दर्ज कराई थी, जो मठ में काम कर रही थीं।”
पीड़ित लड़कियों के अनुसार, वे एसजेएम संस्था में पढ़ती थीं और मठ के अक्का महादेवी छात्रावास में रहती थीं। इस दौरान आरोपी (शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू) ने कथित तौर पर उन लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया। लड़कियों का कहना था कि उन्हें यह आदेश दिया गया कि उन्हें मठ पुजारी की सेवा करनी है।
पॉक्सो एक्ट में इनके खिलाफ मुकदमा
पुलिस ने बताया कि POCSO के तहत शिवमूर्ति शरणारू, हॉस्टल वार्डन रश्मि, युवा संत बसवरादित्य, मठ कार्यकर्ता परमशिवैया, गंगाधरैया, महा लिंगैया और करिबसप्पा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।