Karnataka News, RSS Training Camp, Protest : कर्नाटक में बोम्मई सरकार की ओर से सरकारी स्कूलों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के ट्रेनिंग कैंप शुरू हो चुके हैं। राजधानी बेंगलुरु में 12 अक्टूबर को इसके खिलाफ कई दलित संगठनों ने जोरदार विरोध किया। राजनीतिक रूप से भी इसका विरोध किया जा रहा है। बता दें कि उत्तर कन्नड़ जिले के सिरसी तालुक के कल्ली गांव में 7 अक्टूबर से भी कैंप लगाया जा रहा है, जो कि 15 अक्टूबर तक चलेगा। कोलार जिले के कूथंडाहाली गांव में भी 9 अक्टूबर से कैंप का आयोजन किया जा रहा है, जो कि 17 अक्टूबर तक चलेगा। बीदर से जद (एस) विधायक बंदेप्पा काशेमपुर ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर दी गई अनुमति की निंदा की है। काशेमपुर ने अपने पत्र में मामले की जांच करने और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।
अनुमति देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
शिविर की अनुमति देने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर कई दलित संगठनों ने बीदर में उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिविरों का इस्तेमाल देशभक्ति के नाम पर छोटे बच्चों और युवाओं में सांप्रदायिक नफरत फैलाने के लिए किया जा रहा है। बीदर के एक दलित कार्यकर्ता कल्याणराव भोसले ने मीडिया से बात करते हुए आरएसएस कैंप को धार्मिक नफरत पैदा करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस एक विचारधारा का प्रतिनिधित्व करता है। उसने कई पिछले समुदायों को शैक्षिक अवसरों का उपयोग करने से रोक दिया है।
कई स्कूलों में पहले से चल रहे हैं ऐसे कार्यक्रम
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी के अंतर्गत आने वाले शैक्षणिक संस्थानों ने कर्नाटक के समाज कल्याण मंत्री कोटा श्रीनिवास पुजारी की सिफारिशों पर आरएसएस के कार्यक्रमों की अनुमति दी थी। इसके बाद पिछले हफ्ते से कोलार, बीदर और कारवार जिलों के मोरारजी देसाई आवासीय विद्यालयों में ट्रेनिंग कैंप लगाया जा रहा है। संघ को मिले परमिशन के अनुसार, इन आयोजनों में शारीरिक गतिविधियों, योग, व्यक्तित्व विकास और राष्ट्रीय विचारों को बढ़ाना देना शामिल है। कई आवासीय स्कूलों में ये कार्यक्रम पहले से ही चल रहे हैं।