National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news : लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे की सेवानिवृत्ति व अरुण गोयल के इस्तीफे से बनी महत्वपूर्ण रिक्तियों को भरने के लिए 15 मार्च तक दो चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति होने की पूरी संभावना है। यह जानकारी रविवार की शाम सूत्रों से मिली है। निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की संभावित घोषणा से कुछ दिन पूर्व ही अरुण गोयल ने शुक्रवार सुबह चुनाव आयुक्त के पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया। कानून मंत्रालय ने अधिसूचना जारी कर इसकी घोषणा भी कर दी। उपर्युक्त घटनाक्रम के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार चुनाव प्राधिकरण के एकमात्र सदस्य रह गये हैं। बता दें कि अनूप चंद्र पांडे 14 फरवरी को सेवानिवृत्त हुए हैं।
13 या 14 मार्च को हो सकती है चयन समिति की बैठक
अब कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के नेतृत्व में खोज समिति दोनों पदों के लिए पहले पांच-पांच नामों के दो अलग-अलग पैनल तैयार करेगी। इस समिति में गृह सचिव और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के सचिव भी शामिल होंगे। बाद में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन समिति, जिसमें एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल होंगे। चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्ति के लिए दो व्यक्तियों का नाम तय करेगी। इसके बाद चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि चयन समिति सदस्यों की सुविधा के आधार पर 13 मार्च अथवा 14 मार्च को बैठक कर सकती है। इसके बाद ये दोनों नियुक्तियां 15 मार्च तक होने की संभावना है।
क्या है अरुण गोयल के इस्तीफे का कारण
अरुण गोयल के इस्तीफे के कारणों से जुड़े सवाल पर बताया जा रहा है कि हो सकता है कि उन्होंने निजी कारणों से इस्तीफा दिया हो। अरुण गोयल और राजीव कुमार के बीच मतभेद की अटकलों को खारिज करते हुए बताया जा रहा है कि आंतरिक संचार और निर्णयों के रिकॉर्ड से पता चलता है कि गोयल द्वारा कोई असहमति दर्ज नहीं की गई थी। शुक्रवार सुबह इस्तीफा देने वाले अरुण गोयल चुनाव ड्यूटी के लिए पूरे भारत में केंद्रीय बलों की तैनाती और आवाजाही को सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग, गृह मंत्रालय और रेलवे के शीर्ष अधिकारियों के बीच हुई महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं हुए थे। सेवानिवृत्त हो चुके नौकरशाह गोयल 1985-बैच के पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी रह चके हैं। वह नवंबर 2022 में निर्वाचन आयोग में शामिल हुए थे। इससे पूर्व अशोक लवासा ने अगस्त 2020 में चुनाव आयुक्त के पद से इस्तीफा दिया था। उन्होंने निर्वाचन आयोग द्वारा पिछले लोकसभा चुनावों में आचार संहिता उल्लंघन संबंधी निर्णयों पर असहमति जताई थी।