पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना के बराहनगर थाना इलाके में लूट का बहाना बनाकर दो करोड़ के गहने लेकर भाग जाने वाले कर्मचारी सहित उसके पांच सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इनके पास से दो करोड़ के गहने भी बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस की माने तो गिरफ्तार किए गए लोगों को शनिवार को कोर्ट में पेश कर दिया गया। इसके बाद सभी को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया।
26 अप्रैल को मालिक ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी
पुलिस की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि गत 26 अप्रैल की रात बारानगर के प्रिंस हॉलमार्किंग कंपनी के मालिक गालोक परिधा ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि उनकी कंपनी का कर्मचारी सैफुल इस्लाम रात 8:00 बजे करीब चार किलो 800 ग्राम सोने का गहना लेकर हॉल मार्क के लिए बारासात से बेलघरिया एक्सप्रेसवे के जरिए बारानगर लौट रहा था। उसी समय एक्सप्रेस वे पर सीसीआर ब्रिज के पास कुछ लोगों ने उससे गहने लूट लिया।
लूट की बनाई थी झूठी कहानी
पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि कर्मचारी सैफुल पश्चिम मेदिनीपुर के दासपुर का रहने वाला है। उसे हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो उसने वारदात में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसने बताया कि अपने एक और सहयोगी हबीबुल इस्लाम के साथ मिलकर लूट की झूठी कहानी बनाई थी। वारदात में चार अन्य लोगों ने भी उसकी मदद की थी जिन्हें शुक्रवार शाम गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने दासपुर इलाके में इनकी निशानदेही पर तलाशी अभियान चलाकर चार किलो 300 ग्राम सोना बरामद कर लिए गए हैं जिसका बाजार मूल्य करीब दो करोड़ 15 लाख रुपये है। बाकी गहनों के बरामदगी के लिए भी पूछताछ की जा रही है। उन्हें आज यानी शनिवार को बैरकपुर न्यायालय में पेश किया जाएगा।