BIHAR NEWS : बिहार की राजधानी पटना की पहचान गोलघर के अंदर फिर से दर्शक लेजर शो का आनंद ले सकेंगे। गोलघर के जीर्णोद्धार और अन्य कई कारणों से पिछले ढाई-तीन सालों से लेजर शो बंद है। अब नए सिरे से अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से नए रंग-रूप में लेजर शो दिखाया जाएगा। इसके लिए कला, संस्कृति एवं युवा विभाग ने एजेंसी की खोज शुरू कर दी है। कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के अपर सचिव दीपक आनंद ने बताया कि लेजर शो के संचालन और रखरखाव के लिए निविदा आमंत्रित की गई है। इच्छुक एजेंसी 15 जुलाई तक टेंडर जमा कर सकती है। उम्मीद है कि इस माह के अंत तक एजेंसी का चयन कर लिया जाएगा। अगले माह से दर्शक पहले से बेहतर लेजर शो का आनंद ले सकेंगे।
एक दिन में दिखाए जाएंगे सात शो
गोलघर के अंदर एक दिन में सात लेजर शो होंगे। इसके माध्यम से दर्शकों को गौरवशाली पाटलिपुत्र का इतिहास और गोलघर के बनने की कहानी के साथ अन्य ऐतिहासिक व रोचक जानकारी लाइट एंड साउंड के माध्यम से बताई जाएगी। समय-समय पर विजुअल कंटेंट में बदलाव भी किया जाएगा। एक शो लगभग 25 मिनट का हो सकता है। एक बार में लेजर शो देखने के लिए 25-30 दर्शकों को मौका मिलेगा जिसके लिए उन्हें हेडफोन भी मुहैया कराया जाएगा।
साल 2015 में पहली बार शुरू हुआ था लेजर शो
गोलघर पटना शहर की पहचान से जुड़ा है। अंग्रेजों के समय का बना यह अर्द्धगोलाकार भवन पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी है। गोलघर के प्रति पर्यटकों का आकर्षण बढ़ाने और बिहार की ऐतिहासिक महत्ता को बताने के लिए वर्ष 2015 में गोलघर के अंदर लेजर शो की शुरुआत की गई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उदघाटन किया था।