Maharashtra के पुणे के इंडस्ट्रियल लोनी कालभोर इलाके में 2 जनवरी को दोपहर में एक सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए उतरे चार मजदूरों की दम घुटने से जान चली गई। टैंक में उतरे एक अन्य मजदूर की हालत गंभीर है और उसका पुणे एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज जारी है।
जहरीली गैस की चपेट में आकर पहले एक मजदूर हुआ था बेहोश
लोनी कालभोर फायर ब्रिगेड से मिली जानकारी के अनुसार, दुर्घटना दोपहर 12 बजे के आसपास हुई है। मृतकों में सिकंदर कस्बे, पद्माकर वाघमारे, कृष्णा जाधव और रूपेश कांबले शामिल है। बताया जा रहा है कि सबसे पहले सिकंदर नाम का मजदूर सेप्टिक टैंक को साफ करने के लिए उतरा और नीचे फैली जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गया। इसके बाद उसे बचाने के लिए एक-एक करके तीन लोग नीचे उतरे और बेसुध हो गए।
एक अन्य मजदूर ने पुलिस स्टेशन और फायर ब्रिगेड को दी जानकारी
मजदूरों के बेहोश होने की जानकारी एक अन्य मजदूर ने पहले पुलिस स्टेशन और फिर फायर ब्रिगेड टीम को दी। इसके बाद वह भी इन्हें बचाने के लिए टैंक में उतर गया। जब तक पुलिस और दमकलकर्मी मौके अपर पहुंचते पांच में से चार मजदूरों की दम घुटने से मौत हो चुकी थी। पुलिस ने एक मात्र जिंदा बचे शख्स को बाहर निकाला और फिर आपस के एक हॉस्पिटल में एडमिट करवाया है।