Maharashtra Political Crisis : महाराष्ट्र में सियासी खींचातान का एक रूप अब आक्रोश के रूप में सड़कों पर दिखने लगा है। पार्टी के बागी विधायकों के खिलाफ शिवसैनिक सड़क पर उतर चुके हैं और उसमें शिवसेना के सांसद संजय राउत के बयान की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
एक तरफ गुवाहाटी में बैठे एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं तो सीएम उद्धव ठाकरे ने भी बगावत करने वाले विधायकों के खिलाफ सख्त एक्शन की चेतावनी जारी कर दी है। शिवसेना ने आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी बुलाई है, तो दूसरी तरफ पार्टी के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने को लेकर आज नोटिस जारी हो सकते हैं। इसके खिलाफ एकनाथ शिंदे गुट ने भी महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ऐसे में सभी की नजरें आज होने वाले घटनाक्रम पर हैं।
शिवसैनिकों की तोड़फोड़ के बीच पुणे में अलर्ट पर पुलिस
शिवसेना कार्यकर्ताओं की ओर से बागी विधायकों के आवास को निशाना बनाए जाने की घटना का पुणे पुलिस ने संज्ञान लिया है। तानाजी सावंत के कार्यालय में राजनीतिक संकट और तोड़फोड़ के बीच, पुणे पुलिस ने अलर्ट जारी किया और सभी पुलिस स्टेशनों को शहर में शिवसेना नेताओं से संबंधित कार्यालयों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा। पुणे पुलिस के पीआरओ ने इसकी जानकारी दी।
शिंदे गुट का नया नाम- ‘शिवसेना बालासाहेब’
महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मंत्री और बागी विधायक दीपक केसरकर ने खुलासा किया है कि एकनाथ शिंदे के खेमे की तरफ से शिवसेना विधायकों के समर्थन से ‘शिवसेना बालासाहेब’ नया समूह गठित किया गया है। गौरतलब है कि शिंदे गुट का दावा है कि उसके पास 40 से ज्यादा शिवसेना विधायकों और कई और निर्दलीयों का समर्थन है।
फडणवीस से अठावले की मीटिंग खत्म, बोले- गुंडागर्दी पर उतर आए शिवसैनिक
महाराष्ट्र भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद आरपीआई नेता रामदास अठावले ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि शिवसैनिक अब गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। उन्होंने साफ किया कि शिंदे गुट के साथ संख्याबल है। उन्होंने यह भी साफ किया कि फडणवीस ने शिवसेना के अंदरुनी विवाद से भाजपा के दूर रहने की बात की है।