Maharashtra (महाराष्ट्र) की सियासी गणित घंटा-दर-घंटा बदल रही है। लगभग यह तस्वीर साफ होती जा रही है कि उद्धव सरकार का बचना नामुमकिन नहीं तो अत्यंत कठिन जरूर है। ऐसी स्थिति में सरकार कैसे बच सकती है, जब 3 दिनों में 23 जून तक शिवसेना के 41 MLA समेत 50 विधायक गुवाहाटी पहुंच चुके हों। शिंदे को अलग गुट बनाने के लिए सिर्फ 37 विधायकों की ही जरुरत है। सूत्रों के अनुसार, कुछ देर में बागी गुट के एकनाथ शिंदे विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को भेजेंगे। इधर, मुख्यमंत्री के सरकारी आवास छोड़ने से एनसीपी नाराज बताई जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा मामला
आज यानी 23 जून को शिवसेना और एनसीपी ने अपनी पार्टी की अलग-अलग बैठक बुलाई है यह बैठक कभी भी शुरू हो सकती है। दूसरी ओर महाराष्ट्र में सियासी बवाल का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा है। एक कांग्रेस नेता ने कोर्ट से कहा है कि जो विधायक बगावत करे, उसके चुनाव लड़ने पर 5 साल तक रोक लगे।
9 सांसद भी छोड़ सकते हैं उद्धव का साथ
शिवसेना के 19 में से करीब 9 सांसद भी उद्धव का दामन छोड़ सकते हैं। इनमें एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे, ठाणे लोकसभा सांसद राजन विचारे, वाशिम की सांसद भावना गवली और नागपुर की रामटेक सीट से सांसद कृपाल तुमाने के नाम सामने आ रहे हैं।
प्रियंका गांधी पहुंचीं मुंबई
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मुंबई पहुंची हैं। हालांकि, यह उनका निजी दौरा बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार गांधी महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले से मुलाकात कर सकती हैं।