Breaking news, National top news, national news, national update, national news, new Delhi top news, Mahindra Thar reached Kedarnath Dham by Chinook helicopter, will provide support to elderly and sick passengers, Uttrakhand news, char dham Yatra : उत्तराखंड में चारधाम यात्रा जोरों से चल रही है। हजारों की संख्या में भक्त रोजाना चारों धामों में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। अब केदारनाथ में भक्तों को खास सुविधा देने के लिए महिंद्रा थार पहुंच गई है। यह वाहन धाम में बीमार, दिव्यांग और बुजुर्ग लोगों को हेलीपैड, बेस कैंप आदि स्थानों से मंदिर परिसर तक ले जाने का कार्य करेगा। एक थार शुक्रवार को धाम पहुंच गई है, जबकि एक और यहां शनिवार को पहुंच जाएगी। इसके अलावा केदारनाथ धाम में शीघ्र ही तीन गोल्फ कार्ट भी पहुंचेंगी। विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में पहली बार वायुसेना के चिनूक हेलीकाप्टर से महिन्द्रा का थार वाहन पहुंचा है। इससे पहले आपदा के बाद यहां डंपर, जेसीबी और पोकलैंड मशीने पहुंची थीं। इन मशीनों का उपयोग आज भी यहां पुनर्निर्माण कार्यों में किया जा रहा है। इस बार धाम में जिला प्रशासन ने नई पहल की है। बीमार, बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों की सहायता के लिए महिंद्रा थार वाहन की मदद ली जा रही है।
गौचर हवाई पट्टी से केदारनाथ धाम लाया
वायुसेना के चिनूक हेलीकाप्टर से एक वाहन को शुक्रवार को गौचर हवाई पट्टी से केदारनाथ धाम लाया, जबकि दूसरा वाहन कल शनिवार को धाम पहुंच जायेगा। हेलीपैड से वाहन मंदिर के निकट पहुंचाया गया। जहां बद्री-केदार मंदिर समिति के पुजारियों, वेदपाठियों ने विधिवत पूजा-अर्चना की। ये वाहन पर्यटन विभाग की ओर से स्वीकृत किये गये हैं। ये वाहन फिलहाल केदारनाथ विकास प्राधिकरण के अधीन हैं। इसके अलावा धाम में तीन गोल्फ कार्ट भी भेजी जाएंगी।
महिंद्रा थार वाहन केदारनाथ धाम में स्थित बेस कैंप, एमआई 26 हेलीपैड, वीआईपी हेलीपैड, आस्था पथ आदि पर आवाजाही करेंगे। ये वाहन बीमार, बुजुर्ग, दिव्यांग आदि यात्रियों की सहायता करेंगे।
ये वाहन तीर्थ यात्रियों की सहायता करेंगे
जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि धाम में यात्रियों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिये महिंद्रा के दो थार वाहन केदारनाथ पहुंचाए जा रहे हैं। एक वाहन पहुंच चुका है, जबकि एक और शनिवार को पहुंच जायेगा। उन्होंने कहा कि ये वाहन बीमार, बुजुर्ग, दिव्यांग आदि तीर्थ यात्रियों की सहायता करेंगे। उन्हें हेलीपैड, बेस कैंप आदि स्थानों से मंदिर तक लाने और छोड़ने का कार्य करेंगे।
गोल्फ कार्ट वाहन भी पहुंचेंगे धाम
केदारनाथ धाम में दो थार वाहनों का संचालन होगा। इसके साथ ही गोल्फ कार्ट वाहन भी जल्द ही केदारनाथ धाम पहुंचने जा रहे हैं। इन्हें यहां तक पहुंचाने में चिनूक हेलीकॉप्टर की सहायता ली जा रही है। इन वाहनों के केदारनाथ धाम पहुंचने से श्रद्धालुओं को भी राहत मिलेगी। साथ ही श्रद्धालुओं के लिए ये वाहन आकर्षण का केन्द्र बनेंगे। केदारनाथ धाम में इन वाहनों के पहुंचने से देश-विदेश से आ रहे श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी। बीमार या घायल होने पर श्रद्धालुओं को तेजी से हेलीपैड पहुंचाने के साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाने में भी मददगार होंगे। इसके अलावा दिव्यांग या बीमारी से ग्रस्त श्रद्धालुओं के लिए ये वाहन वरदान का काम करेंगे। जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे ने कहा कि थार व गोल्फ कार्ट वाहन केदारनाथ धाम में मील का पत्थर साबित होंगे।
आपातकाल में होगी थार की परीक्षा: झिंक्वाण
डीडीएमए ईई विनय झिंक्वाण ने बताया कि केदारनाथ यात्रा पर पहुंच रहे देश-दुनिया के श्रद्धालुओं को सुखद यात्रा अनुभव कराने को लेकर जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। केदारनाथ पहुंचने पर किसी श्रद्धालुओं के साथ कोई आपातकाल दुर्घटना, बीमार होने या अन्य किसी आपातकाल स्थिति होने पर त्वरित कार्रवाई के लिए पर्यटन विभाग की ओर से दो एसयूवी थार गाड़ियों की स्वीकृति जिला प्रशासन को मिली थी, जिसमें से पहली गाड़ी केदारनाथ धाम में शुक्रवार को पहुंच गई हैं। झिंक्वाण ने बताया कि स्वास्थ आपातकाल के समय इन गाड़ियों का प्रयोग किया जाएगा। इसके साथ ही महानुभावों के केदारनाथ धाम दर्शन के दौरान भी यह गाड़ियां इस्तेमाल की जा सकती हैं।
तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य विभाग की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा पर आ रहे तीर्थयात्रियों को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य को लेकर एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं, जो उक्त हैं-
केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में पैदल चढ़ते समय प्रत्येक एक से दो घंटे के बाद पांच से 10 मिनट तक विश्राम करें।
ल्ल यात्रा के लिए गर्म कपड़े, बारिश से बचाव के लिए रेनकोट, छाता, स्वास्थ्य जांच के लिए पल्स आॅक्सीमीटर, थमार्मीटर साथ रखें। हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह से ग्रसित यात्री जरूरी दवा और डॉक्टर का नंबर पास रखें। यात्रा के दौरान सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, चक्कर अथवा उल्टी आने पर नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या मेडिकल रिलीफ में प्राथमिक उपचार लें।