INDIAN RAILWAY ACCIDENT : मध्य प्रदेश के बीना रेलवे जंक्शन के समीप शनिवार को अल सुबह करीब 3:35 बजे बड़ा ट्रेन हादसा होते- होते टल गया। एक सनकी युवक ट्रैक पर बुलेट (बाइक) लेकर आ गया। इसी दौरान नई दिल्ली से त्रिवेंद्रम जाने वाली केरल एक्सप्रेस आ गई। इंजन की टक्कर से बुलेट सवार उछलकर ट्रैक के किनारे गिर गया और बाइक कैटल गार्ड में फंस गई। अच्छी बात यह थी कि दुर्घटना के समय ट्रेन की रफ्तार कम थी नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।
बुलेट सवार बाल-बाल बचा
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार यह घटना शनिवार अल सुबह करीब 3:35 बजे बीना यार्ड की है। नई दिल्ली-त्रिवेंद्रम जाने वाली गाड़ी संख्या 12626 प्लेटफार्म पर आ रही थी। इसी दौरान ट्रेन के सामने ग्राम भरुआ, पोस्ट राजाधाऊ, थाना शाहापुरा, जिला रीवा निवासी ब्रजेश पिता बीबी शुक्ला (35) बाइक क्रमांक एमपी 17 एनए 3945 लेकर ट्रैक पर ट्रेन के सामने आ गया। इंजन की टक्कर से बाइक सवार युवक उछलकर ट्रैक के बाजू मेें गिर गया, लेकिन बाइक इंजन के कैटल गार्ड मेें बुरी तरह से फंस गई। घटना की सूचना मिलने पर स्टेशन मास्टर एसके शर्मा, आरपीएफ स्टाफ सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। आरपीएफ ने आरोपित युवक को हिरासत में ले लिया और रेल कर्मचारियों ने बाइक को काटकर कैटल गार्ड से निकाला। सुबह करीब 4:20 बजे बाइक निकलने के बाद ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। इस दौरान ट्रेन करीब 45 मिनट तक खड़ी रही। इस घटना के कारण शानेभोपाल एक्सप्रेस को होम सिग्लन पर करीब 30 मिनट तक रोकना पड़ा। ट्रैक क्लियर होने के बाद दोनों ट्रेनों को सुबह 4:20 बजे के बाद गंंतव्य के लिए रवाना किया गया।
दुर्घटना के वक्त ट्रेन की रफ्तार 30 किमी प्रति घंटे थी
रेलवे सेफ्टी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्लेटफार्म पर आते समय यार्ड में ट्रेन की गति करीब 30 किलोमीटर प्रति घंटे होती है। ट्रैक पर बाइक देखकर लोको पायलट ने ट्रेन की गति और कम करने का प्रयास किया होगा। जिस समय ट्रेन का इंजन बाइक से टकराया होगा उस वक्त रफ्तार 20-25 किलोमीटर प्रति घंटे रही होगी। यदि ट्रेन की गति अधिक होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। गनीमत रही कि ट्रेन की गति धीमी थी, जिससे हादसा टल गया। इस संबंध में आरपीएफ और रेल अधिकारियों का कहना है यार्ड में आरोपित बाइक लेकर कैसे पहुंचा इसकी जांच चल रही है।