Prime Minister (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी ने 27 मार्च को निर्धारित समय के अनुसार ‘मन की बात’ कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने 30 लाख करोड़ रुपये के निर्यात का लक्ष्य प्राप्त किया है जो कि ऐतिहासिक है। पहली बार सुनने में लगता है कि ये अर्थव्यवस्था से जुड़ी बात है, लेकिन ये, अर्थव्यवस्था से भी ज्यादा, भारत के सामर्थ्य, भारत की क्षमता से जुड़ी बात है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत का सामर्थ्य विश्व में दिख रहा है और विदेशी बाजार में भारत की उत्पादों का दबदबा है। पीएम मोदी ने कहा कि एक समय में भारत से निर्यात का आंकड़ा कभी 100 बिलियन, कभी डेढ़-सौ बिलियन, कभी 200 बिलियन तक हुआ करता था, अब आज, भारत 400 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। इसका एक ये मतलब ये है कि दुनिया भर में भारत में बनी चीजों की मांग बढ़ रही है। दूसरा मतलब ये है कि भारत की सप्लाई चेन दिनों-दिन मजबूत हो रही है और इसका एक बड़ा संदेश भी है।
अपनों से बड़े संकल्प
पीएम मोदी ने कहा कि देश, विराट कदम तब उठाता है जब सपनों से बड़े संकल्प होते हैं। जब संकल्पों के लिये दिन-रात ईमानदारी से प्रयास होता है, तो वो संकल्प, सिद्ध भी होते हैं, और आप देखिये, किसी व्यक्ति के जीवन में भी तो ऐसा ही होता है। पीएम मोदी ने कहा कि देश के कोने-कोने से नए-नए प्रोडक्ट अब विदेश जा रहे हैं। असम के हैलाकांडी के लेदर प्रोडक्ट हों या उस्मानाबाद के हैंडलूम उत्पाद, बीजापुर की फल-सब्जियां हों या चंदौली का काला चावल, सबका निर्यात बढ़ रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल, उत्तराखंड में पैदा हुए मिलेट्स मोटे अनाज की पहली खेप डेनमार्क को निर्यात की गयी। आंध्र प्रदेश के कृष्णा और चित्तूर जिले के बंगनपल्ली और सुवर्णरेखा आम, दक्षिण कोरिया को निर्यात किये गए।
126 साल के बाबा शिवानंद की चर्चा
हाल ही में हुए पद्म सम्मान समारोह में आपने बाबा शिवानंद जी को जरुर देखा होगा। 126 साल के बुजुर्ग की फुर्ती देखकर मेरी तरह हर कोई हैरान हो गया होगा और मैंने देखा, पलक झपकते ही, वो नंदी मुद्रा में प्रणाम करने लगे। मैंने भी बाबा शिवानंद जी को झुककर बार-बार प्रणाम किया। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने सोशल मीडिया पर कई लोगों का कमेंट देखा, कि बाबा शिवानंद अपनी उम्र से चार गुना कम आयु से भी ज्यादा फिट हैं। पीएम मोदी ने उक्त विषयों के अलावा देश के लोगों के मन को छूने वाली अनेक बातों का जिक्र किया।