Uttar Pradesh (उत्तर प्रदेश) के मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट की 13.37 एकड़ भूमि पर बनी शाही मस्जिद ईदगाह को हटाने संबंधी एक मामले में सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में 23 मई को एक प्रार्थनापत्र देकर ईदगाह में मौजूद मस्जिद में मंदिर का गर्भगृह होने का दावा किया गया है। अदालत से इसके शुद्धिकरण की मांग की गई है। यह अर्जी ऐसे समय पर दायर की गई है, जब वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर कानूनी लड़ाई चल रही है। ठीक से यह जान लीजिए कि इस तरह की आवाज उठने का सिलसिला किसी अंत की ओर नहीं है। यह चलता ही रहेगा, ताकि वोट की एकजुटता का एक तंत्र बनाया जा सके। सियासी तौर पर ऐसे मामलों में विपक्ष की सोच का बौनापन लोकतंत्र को शर्मसार करता है।
लड्डू गोपाल के अभिषेक की भी मांग
वादी दिनेश चंद शर्मा ने इसी प्रकार का एक प्रार्थनापत्र इसी अदालत में 19 मई को दिया था, जिसमें शाही मस्जिद ईदगाह में मौजूद गर्भगृह में लड्डू गोपाल का अभिषेक करने की इजाजत अदालत से मांगी गई थी। सिविल जज सीनियर डिवीजन ने अभी उनके किसी प्रार्थनापत्र में कोई आदेश पारित नहीं किया है।