पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार बाजार में गुरुवार की देर रात से शुक्रवार की सुबह तक लगी भीषण आग के कारण कई दुकानें जलकर राख हो गई हैं। बताया जा रहा है कि आग लगने के बाद लोगों ने फायर ब्रिगेड को फोन से सूचना दी थी लेकिन फायर ब्रिगेड की टीम काफी देर के बाद घटनास्थल पर पहुंची। इस कारण आग से बहुत ज्यादा नुकसान हो गया।
सूचना देने के 40 मिनट बाद पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम
स्थानीय लोगों के अनुसार तोपसीखाता बाजार में सबसे पहले एक दुकान में आग लगी। इसके बाद वहां के लोग आग बुझाने की कोशिशों में जुट गए। लेकिन आज इतनी तेजी से फैली कि वह एक के बाद एक दुकानों को चपेट में लेती गई। इन दुकानों में ज्वलनशील पदार्थ रखे गए थे। इस कारण स्थानीय लोगों की लाख कोशिशों के बाद भी आग बुझने के बजाय तेज होती गई और देखते ही देखते कई दुकान आग में जलकर स्वाहा हो गए। सूचना देने के 40 मिनट बाद अग्निशमन विभाग की दमकल गाड़ियां पहुंचीं और आग पर काबू पाया। इन 40 मिनटों में वहां की पांच दुकानें पूरी तरह से जलकर स्वाहा हो गई। इन दुकानों में कोई भी सामान सुरक्षित नहीं बचा।
शॉर्ट सर्किट हो सकता है आग लगने का कारण
स्थानीय दुकानदारों का आरोप है कि सूचना देने के बहुत देर बाद अग्निशमन विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची। अगर दमकल की गाड़ियां पहले पहुंच गई होती तो इतना बड़ा नुकसान नहीं होता। इन दुकानों में आग किस कारण से लगी। इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है। लेकिन अंदाजा लगाया जा रहा है कि आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है। इधर देरी की वजह से स्थानीय लोगों ने दमकल कर्मियों के खिलाफ नारेबाजी भी की है। आग लगने के कारणों की भी जांच हो रही है। पुलिस ने कहा है कि अग्निशमन विभाग पर देरी के आरोप लगे हैं, उसकी भी जांच होगी।