President Election 2022 । देश के अगले राष्ट्रपति के चुनाव का परिणाम धीरे-धीरे स्पष्ट होता जा रहा है। द्रौपदी मुर्मू का चुनाव जीतना लगभग तय है। फिर भी मैदान में यशवंत सिन्हा विपक्ष की ओर से डटे हुए हैं और वह नाउम्मीद नहीं हैं। इस बीच बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने 25 जून को राजधानी लखनऊ में प्रेसवार्ता कर एलान किया है कि राष्ट्रपति चुनाव में उनकी पार्टी एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी। उधर, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने विपक्षी एकता के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को अपना समर्थन देने की घोषणा की है।
मायावती ने भाजपा या एनडीए को समर्थन नहीं देने की कही बात
मायावती ने विपक्ष की बैठक में नहीं बुलाए जाने पर भी अपनी नाराजगी जाहिर की।
प्रेस वार्ता में मायावती ने कहा कि आदिवासी समाज को अपने आंदोलन का एक विशेष अंग मानते हुए बहुजन समाजवादी पार्टी राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने का फैसला किया है। साथ ही मायावती ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिया है, न कि भाजपा या एनडीए को समर्थन दिया है। बसपा ने एक आदिवासी समाज की सक्षम और मेहनती महिला को देश की राष्ट्रपति बनाने का फैसला किया है।
अखिलेश ने पार्टी नेताओं को चेताया
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि उनकी पार्टी आगामी राष्ट्रपति चुनाव (Presidential election 2022) में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) का समर्थन करेगी। अखिलेश यादव ने 24 जून को पार्टी के सभी सांसदों और विधायकों की बैठक बुलाई और उनसे फॉर्म पर हस्ताक्षर करवाकर शीर्ष पद के लिए सिन्हा का नाम प्रस्तावित किया। अखिलेश ने अपनी पार्टी के नेताओं को भी चेतावनी दी कि वे खासकर महाराष्ट्र के घटनाक्रम को देखते हुए उन प्रयासों से सावधान रहें, जो विपक्षी एकता को तोड़ने के लिए किए जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने कहा है कि यशवंत सिन्हा संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार हैं, इसलिए सपा के सभी सांसद और विधायक सर्वसम्मति से यशवंत सिन्हा का समर्थन करेंगे। अखिलेश यादव ने बीते माह घोषणा कर दी थी कि उनकी पार्टी उस उम्मीदवार का समर्थन करेगी, जिसका नाम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा अंतिम रूप से दिया जाएगा।