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मेडिकल साइंस का कमाल : एक साथ डॉक्टरों ने मरीज का हार्ट और लंग्स का ट्रांसप्लांटेशन..

मेडिकल साइंस का कमाल : एक साथ डॉक्टरों ने मरीज का हार्ट और लंग्स का ट्रांसप्लांटेशन..

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Miracle of medical science: simultaneous transplantation of heart and lungs in one patient, West Bengal news, medical science news, lungs and heart transplant, sskm hospital Kolkata, Kolkata news, Kolkata breaking news, Kolkata top news : एक व्यक्ति के शरीर में एक अंग के ट्रांसप्लांटेशन की खबर हम रह-रह कर सुनते रहते हैं। हार्ट और लग्स के ट्रांसप्लांटेशन संबंधी ऑपरेशन सफलतापूर्वक हमारे देश में किए जाते हैं। पश्चिम बंगाल में एक युवा मरीज में एक ही दानकर्ता से प्राप्त दो अंगों- हृदय और फेफड़े का एक ट्रांसप्लांटेशन कर डॉक्टर ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

दिमागी रूप से अमृत हो चुका था मरीज

बताया जाता है कि इन अंगों के दानकर्ता मरीज को कोलकाता में सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में दिमागी रूप से मृत घोषित कर दिया गया था। चिकित्सकों ने यह जानकारी दी। बता दें क‌ि दिमागी रूप से मृत मरीज के हृदय, फेफड़े, दो किडनी और एक लीवर को चार अलग अलग मरीजों में प्रत्यारोपित किया गया। सूत्रों ने बताया कि पेशे से किसान अरुण कुमार कोले (52) का अस्पताल में इलाज चल रहा था और उसे रविवार की रात दिमागी रूप से मृत घोषित कर दिया गया।

एसएसकेएम अस्पताल के डॉक्टरों ने ट्रांसप्लांट किया

एक डॉक्टर ने कहा ‘युवा मरीज को दोनों अंगों का जटिल प्रत्यारोपण सोमवार देर शाम शुरू हुआ। एसएसकेएम अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम ने अंग प्रतिरोपण आपरेशन किया जो आज मंगलवार की सुबह जाकर खत्म हुआ। इसके बाद उसे निगरानी में रखा गया है।’ यह प्रतिरोपण एसएसकेएम अस्पताल के स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में हुआ। 

मरीज सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था 

जानकारी के अनुसार, कोले 10 मई को एक स्कूटर की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। एक अस्पताल में प्रारंभिक उपचार के बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। इसके बाद उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। कोले के दामाद सत्यजीत मंडल ने मंगलवार शाम को बताया ‘मेरे ससुर की 11 मई को मस्तिष्क की सर्जरी हुई, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद रविवार को दिमागी रूप से मृत घोषित कर दिया गया। उसके बाद हम उनके अंगों को दान करने पर राजी हो गए, ताकि वह किसी अन्य व्यक्ति के रूप में जीवित रहें।’ चिकित्सकों ने कहा कि एसएसकेएम अस्पताल में इलाज करा रही एक 28 वर्षीय महिला और अलीपुर के कमांड अस्पताल में भर्ती 32 वर्षीय एक अन्य महिला को कोले की एक-एक किडनी प्रतिरोपित की गई। एक महिला जिसकी उम्र 51 साल थी, उसे उनका लीवर प्रत्यारोपित किया गया।

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