India की missile के पाकिस्तान में गिरने के मामले को पाकिस्तान ने नया टर्न दे दिया है। गौरतलब है कि 9 मार्च को भारतीय सेना की एक मिसाइल गलती से फायर हो गई थी। यह पाकिस्तानी सीमा में 124 किलोमीटर अंदर मियां चन्नू इलाके में गिरी थी। भारत ने अपनी गलती मानते हुए हाईलेवल कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी के ऑर्डर जारी कर दिए थे। अब पाकिस्तान ने इस पर रिएक्शन दिया है। पाकिस्तान ने कहा है कि वह भारत के इस कदम से संतुष्ट नहीं है। पाकिस्तान ने दो मांगें रखीं। पहली- जांच में पाकिस्तान को भी शामिल किया जाए। दूसरी- जांच पाकिस्तान के बताए 7 प्वॉइंट्स पर हो। भारत की तरफ से इस पर फिलहाल कोई बयान नहीं आया है।
क्या है पाकिस्तान Reaction
पाकिस्तान की फॉरेन मिनिस्ट्री ने 11 मार्च को कहा- हमने भारत का बयान देखा है। उन्होंने इसे एक्सीडेंटल फायरिंग बताते हुए अफसोस जाहिर किया। वजह तकनीकी खराबी बताई गई है, लेकिन यह मामला इतना भी हल्का नहीं है, क्योंकि दोनों देशों के पास एटमी हथियार हैं। हम भारत के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। हमने कुछ मांगें भारत के सामने रखी हैं। यह घटना बेहद गंभीर है और इससे कई सवाल पैदा होते हैं। सिर्फ एक सफाई देकर जिम्मेदारी से नहीं बचा जा सकता।
ये हैं पाकिस्तान की 7 मांगें
• भारत को अचानक होने वाले इस तरह के मिसाइल फायर और इससे होने वाली घटना की परिस्थितियों को रोकने के उपाय बताने चाहिए।
• भारत को पाकिस्तान में गिरी मिसाइल और इसकी खासियत से जुड़ी पूरी जानकारी देनी चाहिए।
• भारत को गलती से हुई इस मिसाइल फायर के रास्ते की जानकारी देनी चाहिए और इसने पाकिस्तान की ओर मुड़कर उसकी सीमा में कैसे प्रवेश किया, यह भी बताना चाहिए।
• क्या मिसाइल में सेल्फ डिस्ट्रक्ट मैकेनिज्म था? अगर हां तो फिर इसने काम क्यों नहीं किया।
• क्या भारत मिसाइलों के नियमित रखरखाव के कारण उन्हें इस तरह के फायर के लिए तैयार रखता है?
• भारत ने मिसाइल के अचानक फायर होने की सूचना तुरंत पाकिस्तान को क्यों नही दी? और जब तक पाकिस्तान ने इस घटना की घोषणा कर इसकी जानकारी नहीं मांगी, तब तक इसे स्वीकार क्यों नही किया?
• जो हालात बने, उसके हिसाब से भारत यह साफ करे कि मिसाइल उसकी फौज की गलती से फायर हुई या किसी और ने इस घटना को अंजाम दिया।