महाराष्ट्र के मुंबई में वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) विभाग की टीम ने 2,215 करोड़ रुपये के फर्जी बिल मामले में कारोबारी नंदकिशोर बालूराम शर्मा (उम्र 42) को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित पर दो हजार 2215 करोड़ रुपये के फर्जी बिल बनाकर 216 करोड़ रुपये की जीएसटी टैक्स की चोरी करने का आरोप है। इस मामले की गहन छानबीन जीएसटी की टीम कर रही है। मुंबई स्थित मैजिस्ट्रेट कोर्ट ने टैक्स चोरी करने के आरोप में नंदकिशोर बालूराम शर्मा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
आठों कंपनियां फर्जी
जानकारी के अनुसार विभागीय टीम ने साईं गुरु एंटरप्राइज और आठ अन्य कंपनियों की जांच शुरू की थी। इस संबंध में जांच में पता चला कि ये सभी फर्जी कंपनियां नंदकिशोर बालूराम शर्मा नाम के शख्स द्वारा चलाई जा रही थीं। नंदकिशोर शर्मा 26 ऐसी फर्जी कंपनियों के माध्यम से अब तक 2,215 करोड़ रुपये के फर्जी बिल बनाने की जानकारी जांच में सामने आई है। यह सारे फर्जी बिल में हीरे, कपड़े, स्टील आदि के खरीदी के नाम पर बनाए गए हैं। इन फर्जी बिलों के आधार पर वस्तु एवं सेवा कर विभाग 126 करोड़ रुपये की कर चोरी का पर्दाफाश करने में सफल रहा है। इस मामले की गहन छानबीन सहायक राज्य कर आयुक्त गणेश रासकर महाराष्ट्र राज्य कर आयुक्त राहुल द्विवेदी के मार्गदर्शन में कर रहे हैं।