New Delhi news : 18वीं लोकसभा के पहले संसद सत्र का मंगलवार को सातवां दिन था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के तहत सरकार का पक्ष तो रखा ही, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आरोपों का भी आक्रामक जवाब दिया। लोकसभा में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने यूपी के हाथरस में हुए हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा, ‘इस हादसे में जिनकी भी जान गयी, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। साथ ही, जो घायल हुए हैं, उनके जल्द ही स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैं इस सदन के माध्यम से सभी को भरोसा देता हूं कि सभी पीड़ितों की मदद की जायेगी।’
इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘अब चुनाव हो चुके हैं। देशवासियों ने पांच सालों के लिए विकसित भारत बनने का काम एनडीए को सौंप दिया है। आवश्यक है कि विकसित भारत के निर्माण के लिए सदन के सभी माननीय सदस्यों का योगदान हो। मैं सभी सांसदों को निमंत्रण देता हूं कि भारत को विकसित बनाने में आप भी आगे आइए।’
सेना में भर्ती पर कांग्रेस झूठ फैला रही
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारी सेना पर सवाल उठाया गया। यह देश के लिए गम्भीर बात है। युवाओं का मनोबल गिराने की कोशिश हो रही है। सेना में भर्ती पर कांग्रेस झूठ फैला रही है। युवा को सेना से दूर रखने का षड्यंत्र हो रहा है। वन रैंक वन पेंशन पर झूठ फैलाया गया।’ वहीं, नीट पेपर लीक मामले पर पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अत्यन्त गम्भीर है। मैं देश के नौजवानों से कहना चाहूंगा कि देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ करनेवालों को छोड़ा नहीं जायेगा।
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हिन्दुओं का मजाक करना फैशन बन गया
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर हमला कर कहा, ‘हिन्दू परम्परा, हिन्दू समाज इस देश की विरासत को नीचा दिखाना, गाली देना, अपमानित करना, हिन्दुओं का मजाक करना फैशन बन गया। इसे संरक्षण देने का काम अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस तरह के तत्त्व कर रहे हैं। हमारे देवी-देवताओं का अपमान 140 करोड़ लोगों के देशवासियों के दिलों को चोट पहुंचा रहा है। सदन के कल के दृश्यों को देख कर अब हिन्दू समाज को भी सोचना होगा क्या ये अपमान केवल संयोग है या किसी प्रयोग की तैयारी है। यह हिन्दू समाज को सोचना पड़ेगा।
आम्बेडकर ने क्यों दिया था नेहरू कैबिनेट से इस्तीफा
पीएम मोदी ने कहा, ‘ये वे लोग हैं, जिन्होंने प्रारम्भ से देश के दलितों और पिछड़ों के साथ घोर अन्याय किया है। इस कारण बाबा साहेब आम्बेडकर ने कांग्रेस की दलित विरोधी मानसिकता के कारण नेहरू कैबिनेट से इस्तीफा दिया था। इस्तीफा देकर आंबेडकर ने कहा था…मैं सरकार द्वारा एससी जातियों की उपेक्षा पर अपने अंदर उत्पन्न आक्रोश को रोक नहीं सकता।’ पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में राहुल गांधी का नाम लिये बना तंज कसते हुए कहा, ‘कल जो हुआ, उसे गम्भीरता से लिये बिना हम संसदीय लोकतंत्र को संरक्षित नहीं कर सकते हैं। इस हरकत को बालक बुद्धि मान कर अब नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कतई नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। मैं इसलिए कह रहा हूं कि इसके पीछे इरादे नेक नहीं हैं। मैं देशवासियों को भी जगाना चाहता हूं। इन लोगों का झूठ हमारे देश के नागरिकों के विवेक-बुद्धि पर आशंका व्यक्त करता है।
सदन में भरपूर असत्य बोला गया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा ईवीएम को लेकर झूठ, संविधान को लेकर झूठ, आरक्षण को लेकर झूठ, उससे पहले राफेल को लेकर झूठ, एचएएल को लेकर झूठ, एलआईसी को लेकर झूठ, बैंकों को लेकर झूठ, कर्मचारियों को भी भड़काने के प्रयास हुआ। हौसला इतना बढ़ गया कि सोमवार को अग्निवीर को लेकर सदन में झूठ बोला गया। सोमवार को सदन में भरपूर असत्य बोला गया कि एमएसपी नहीं दिया जा रहा है। संविधान की गरिमा से खिलवाड़ यह सदन का दुर्भाग्य है और अनेक बार लोकसभा में जीत कर सदन की गरिमा के साथ खिलवाड़ करें, यह शोभा नहीं देता है।
कांग्रेस ने झूठ को राजनीति का हथियार बनाया
अपने सम्बोधन में पीएम मोदी ने अखिलेश और कांग्रेस को लपेटा…….तुलसीदास जी कह गये हैं, अखिलेश जी.. झूठई लेना, झूठई देना, झूठई भोजन, झूठई चबेना। कांग्रेस ने झूठ को राजनीति का हथियार बनाया। कांग्रेस के मुंह झूठ लग गया है। जैसे आदमखोर जानवर होता है जिसके मुंह पर लहू लग जाता है। वैसे कांग्रेस के मुंह झूठ का खून लग गया है। देश ने 01 जुलाई को खटाखट दिवस भी मनाया है। 01 जुलाई को लोग अपने बैंक अकाउंट चेक कर रहे थे कि 8500 रुपये आये कि नहीं आये। मंचों से साफ-साफ घोषणा की गयी, कि अगर इनके मन का परिणाम नहीं आया तब 04 जून को देश में आग लगा दी जायेगी। बालक बुद्धि में ना बोलने का ठिकाना होता और न ही बालक बुद्धि में व्यवहार का कोई ठिकाना होता है। जब ये बालक बुद्धि पूरी तरह सवार हो जाती है, तब सदन में भी किसी के गले पड़ जाते हैं। ये बालक बुद्धि अपनी सीमाएं खो देती हैं, तब सदन के अंदर बैठ कर आंखें मारता है। पीएम मोदी ने कहा 06-06 दशक तक राज करनेवाली कांग्रेस पार्टी अराजकता फैलाने में जुटी है। ये दक्षिण में जाकर उत्तर के लोगों के खिलाफ बोलते हैं। उत्तर में जाकर पश्चिम के लोगों को खिलाफ जहर उगलते हैं। महापुरुषों के खिलाफ बोलते हैं। इन्होंने भाषा के आधार पर बांटने की हर कोशिश की है।
कांग्रेस की इतिहास में तीसरी सबसे बड़ी हार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस के इतिहास का यह पहला मौका है जब लगातार तीन बार कांग्रेस 100 का आंकड़ा पार नहीं कर सकी है। कांग्रेस के इतिहास में यह तीसरी बार सबसे बड़ी हार है। तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन है। अच्छा होता, कांग्रेस अपनी हार स्वीकार करती, जनता जनार्दन के आदेश को सिर आंखों पर चढ़ाती, आत्ममंथन करती, लेकिन ये कुछ शीर्षासन करने में लगे हुए हैं। कांग्रेस और उसकी इको सिस्टम दिन रात बिजली जला कर हिन्दुस्तान के नागरिकों के मन में यह प्रस्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि उन्होंने हमें हरा दिया है।