National news, National update, New Delhi news, latest National Hindi news : थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने कहा कि उन्नत नई पीढ़ी के हथियारों ने विरोधियों का मुकाबला करने के लिए इन्फैंट्री की उभरती क्षमताओं में नया विश्वास जगाया है। भारतीय सेना भविष्य की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिहाज से अपनी इन्फैंट्री की क्षमता को और बढ़ायेगी, ताकि पारम्परिक युद्ध परिदृश्य, उग्रवाद और आतंकवाद विरोधी अभियानों के साथ तेजी से निपटा जा सके। सेना के इन्फैंट्री कमांडरों का 37वां द्विवार्षिक सम्मेलन 14-15 नवंबर को इन्फैंट्री स्कूल, महू में हुआ, जिसकी अध्यक्षता थल सेनाध्यक्ष ने की। यह सम्मेलन हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया था, जिसमें देशभर के प्रमुख सैन्य स्टेशनों से सैन्य अधिकारियों ने ऑनलाइन मोड में सम्मेलन में भाग लिया। सेना के उप प्रमुख, छह जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के सत्रह अधिकारी और मेजर जनरल रैंक के चौदह अधिकारियों के अलावा रेजिमेंटल सेंटर कमांडेंट इन्फैंट्री रेजिमेंट के कर्नल सम्मेलन में मौजूद रहे।
इन्फैंट्री कमांडरों के सम्मेलन में लिये गये अहम फैसले
सेनाध्यक्ष जनरल पांडे ने इन्फैंट्री को भविष्य के लिए एक दुर्जेय बल में बदलने को लेकर नवीनतम तकनीक को शामिल करने के लिए सभी स्तरों पर किये जा रहे समर्पित और दृढ़ प्रयासों के लिए प्रतिभागियों की सराहना की। इस मंच ने इन्फैंट्री भावना को बढ़ावा दिया और रेजिमेंटल लाइनों से परे बड़ी इन्फैंट्री बिरादरी के सम्बन्धों को और मजबूत किया। सम्मेलन में संचालन, प्रशिक्षण, क्षमता विकास और प्रौद्योगिकी के समावेशन में इन्फैंट्री से सम्बन्धित बड़ी संख्या में वर्तमान और भविष्य के मुद्दों पर चर्चा की गयी। सम्मेलन में पारम्परिक युद्ध परिदृश्य, उग्रवाद और आतंकवाद विरोधी अभियानों में इन्फैंट्री की क्षमताओं का आकलन किया गया। साथ ही, भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप इन्फैंट्री की क्षमता बढ़ाने के लिए आवश्यक निर्णय लिये गये। सम्मेलन के दौरान इन्फैंट्री ने घातकता, गतिशीलता, युद्धक्षेत्र पारदर्शिता, स्थितिजन्य जागरुकता के विभिन्न क्षेत्रों में अपने नवीनतम हथियारों का प्रदर्शन किया। हाल ही में हासिल किये गये उन्नत नयी पीढ़ी के हथियारों और उपकरण प्रणालियों के प्रदर्शन ने विरोधियों का मुकाबला करने के लिए इन्फैंट्री की उभरती क्षमताओं में विश्वास जगाया।