National news, New Delhi news, new parliament controversy : नई संसद भवन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्षी दल खासकर कांग्रेस नई संसद भवन को पचा नहीं पा रही है। इसलिए उसके नेता हर दिन कुछ ना कुछ आरोप नये संसद भवन पर मढध ही देते हैं। अब कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा है कि पुराने संसद भवन में जो खुलापन था, वह अधिक वैज्ञानिक, अधिक व्यावहारिक और स्वास्थ्य के लिए अच्छा था। नई संसद भवन को बनाने में जल्दबाजी की गई थी।’ देश को नया और भव्य संसद भवन मिल चुका है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम भी पास किया जा चुका है। लेकिन नए संसद भवन से जुड़ा विवाद खत्म नहीं हो रहा है। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नए संसद भवन को मोदी मल्टीप्लेक्स अथवा मोदी मैरियट कहा जाना चाहिए।
नए संसद भवन पर कांग्रेस सांसद ने कही यह बात
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि भारत में संसद भवन को पूरी तरह से एयर कंडीशन करना अव्यावहारिक और और वैज्ञानिक है। पुरानी संसद में एक लॉबी, एक सेंट्रल हॉल था। नए वाले संसद भवन में एयर सर्कुलेशन दोष है। 13 घंटे मैं नई संसद भवन में मौजूद था। इस दौरान उन्हें वहां का माहौल एकदम दमघोंटू लगा। उन्होंने आगे कहा कि “कुर्सी और डेस्क के बीच काफी दूरी है। सीट का बैक सपोर्ट आरामदायक नहीं है। पीएम मोदी अमेरिका से कुछ ज्यादा ही प्रभावित हैं। इसलिए उन्होंने नये संसद भवन को सात सितारा होटल जैसा बना दिया है। पुराने संसद भवन में जो खुलापन था, वह अधिक वैज्ञानिक, व्यावहारिक और स्वास्थ्य के लिए अच्छा था। इसे बनाने में जल्दबाजी की गई थी। मैं लगभग 50 सांसदों को जानता हूं, जो नई संसद भवन के एयर कंडीशनिंग के कारण बीमार हैं।”