सिक्किम में प्रभावितों के पुनर्वास के लिए लघु और दीर्घकालिक सिफारिशें करेगी केन्द्रीय टीम
Gangtok news, Sikkim news, national news, National update : भारत सरकार की एक अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय टीम (आईएमसीटी) तीस्ता नदी में बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए सिक्किम पहुंच चुकी है। सिक्किम के मुख्य सचिव वीबी पाठक ने सोमवार को टाशीलिंग सचिवालय के सम्मेलन कक्ष में आईएमसीटी अधिकारियों के साथ एक बैठक की। केन्द्रीय टीम सिक्किम में भूमिगत स्थिति का आकलन करने के बाद प्रभावितों के पुनर्वास के लिए लघु और दीर्घकालिक सिफारिशें करेगी।
कई विभागों के अधिकारी शामिल हैं टीम में
आईएमसीटी टीम में केन्द्रीय गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, व्यय विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय, बिजली मंत्रालय, कृषि विभाग, सहकारिता और किसान कल्याण मंत्रालय, सड़क और पुल मंत्रालय के अधिकारी शामिल हैं। मुख्य सचिव पाठक ने आईएमसीटी अधिकारियों को सिक्किम में बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी दी और कहा कि पुल, सड़क, बिजली, जल आपूर्ति और जल निकासी को तुरन्त बहाल करना जरूरी है। उन्होंने टीम से भारत सरकार को सिफारिशें करते समय सहानुभूतिपूर्ण रुख अपनाने को कहा। इसी तरह, उन्होंने पूरी तरह से नष्ट हो चुके महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को बहाल करने के लिए मानदंडों में विशेष छूट देने के लिए भी कहा।
नुकसान के बारे में संक्षिप्त प्रस्तुति दे चुका है प्राधिकरण
इससे पहले सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निदेशक प्रभाकर राई ने आपदा से हुए नुकसान के बारे में एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि आज आईएमसीटी और सिक्किम सरकार के अधिकारी बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर नुकसान का आकलन करेंगे। टीम का आज आईबीएम, एटीटीसी-बारदांग, गोलिटार, सिंगताम और डिक्चू का दौरा करने का कार्यक्रम है। कल 10 अक्टूबर को यह टीम मंगन, नागा और चुंगथांग का भी दौरा करेगी।
आपदाग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को निकालने और सड़क सम्पर्क बहाल करने को तरजीह दें : कैबिनेट सचिव
नयी दिल्ली : कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने सोमवार को बैठक की और सिक्किम में स्थिति की समीक्षा की। सिक्किम के मुख्य सचिव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए। केन्द्रीय एजेंसियों और सिक्किम सरकार के राहत और बचाव उपायों की समीक्षा करते हुए राजीव गौबा ने इस बात पर जोर दिया कि कम से कम समय में लोगों को निकालना सिक्किम सरकार और केन्द्रीय एजेंसियों के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए। जहां पुल बह गए हैं, वहां के लोगों के लिए सड़क सम्पर्क बहाल करने के लिए बेली ब्रिज को प्राथमिकता के आधार पर शुरू किया जाना चाहिए।
केंद्र सरकार हर संभव सहायता करेगी
इस मौके पर कैबिनेट सचिव ने आश्वासन दिया कि केन्द्र सरकार राज्य को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा उच्चतम स्तर पर स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर रखी जा रही है। उन्होंने समिति को बताया कि स्थिति का जायजा लेने के लिए अंतर मंत्रालयी समन्वय दल (आईएमसीटी) सिक्किम पहुंच गया है। सिक्किम सरकार को आवश्यक अतिरिक्त केंद्रीय सहायता जारी की जा रही है।
सिक्किम के मुख्य सचिव ने बताया कि अधिकांश क्षेत्रों में सड़क सम्पर्क स्थापित हो चुका है। मौसम की स्थिति में सुधार के परिणामस्वरूप फंसे हुए लोगों को निकालने और हवाई मार्ग से निकालना सम्भव हो गया है। सोमवार की सुबह 80 लोगों को निकाला गया है। 28 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं, जिनमें 6,800 से अधिक लोगों ने शरण ली है। प्रभावित क्षेत्रों में खाद्य सामग्री, दवाएं और एलपीजी सहित सभी आवश्यक आपूर्ति की जा रही है।
राहत के लिए छह टीमें तैनात की गई हैं
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक ने समिति को बताया कि बचाव और राहत कार्यों के लिए राज्य में 6 टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा, एनडीआरएफ की 3 रिजर्व टीमें सिलीगुड़ी में स्टैंडबाय पर उपलब्ध हैं। बचाव और बहाली प्रयासों में राज्य की सहायता के लिए सेना और वायु सेना की पर्याप्त संख्या में टीमें और संपत्ति तैनात की गयी हैं। आईएमडी के महानिदेशक ने बताया कि 11 से 13 अक्टूबर तक मौसम का पूवार्नुमान अनुकूल रहने की सम्भावना है। बैठक में केन्द्रीय गृह सचिव, सिक्किम के मुख्य सचिव, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव, सैन्य मामलों के सचिव, सदस्य सचिव, एनडीएमए, सीआईएससी आईडीएस, डीजी एनडीआरएफ, डीजीएमओ, डीजी आईएमडी, डीडीजी बीआरओ ने भाग लिया। गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे।
इनसेट
सेना प्रमुख ने किया सिक्किम में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
भारत के सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सिक्किम में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से मुलाकात की और राहत कार्यों में भारतीय सेना की हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। सीएम सिक्किम ने हादसे के दौरान सैनिकों को हुए नुकसान पर संवेदना व्यक्त करते हुए स्थिति से निपटने में प्रभावी नागरिक-सैन्य समन्वय के लिए सीओएएस को भी धन्यवाद दिया। सीओएएस ने सिक्किम के अग्रिम इलाकों में तैनात सैनिकों के साथ भी बातचीत की। राष्ट्र सेवा में उनके समर्पित प्रयासों और आपदा प्रभावित नागरिकों का जीवन बचाने में सराहनीय भूमिका के लिए उनकी सराहना की।