राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत जी 22 सितंबर की सुबह दिल्ली के केजी मार्ग पर स्थित मस्जिद पहुंच गए। इस घटना ने बहुत से लोगों को अचंभित किया होगा। पता नहीं इसके पहले मोहन भागवत या कोई और RSS प्रमुख किसी मस्जिद में गए भी हैं या नहीं। मोहन भागवत गए तो इसका मायना बहुत बड़ा हो सकता है। इसे देश के वर्तमान सामाजिक तनाव के प्रति सहृदयता दिखाने की एक कोशिश तो जरूर मानी जाएगी, मगर हृदय की बात कुछ और भी हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मोहन भागवत ने अखिल भारतीय इमाम संगठन के चीफ इमाम उमैर इलियासी से मुलाकात की। डॉ. इलियासी ने बताया कि मोहन भागवत उनके निमंत्रण पर वहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि हमारी पूजा-पाठ का तरीका अलग हो सकता है, लेकिन इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि वतन सबसे पहले आता है। इस मुलाकात के दौरान भागवत के साथ गोपाल कृष्ण और आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार भी मौजूद थे। लगभग 40 मिनट तक चली इस मुलाकात में कई मुद्दों पर सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई।
मदरसे में भी गए भागवत
दिल्ली में मस्जिद में बैठक के बाद मोहन भागवत आज़ाद मार्किट के मदरसे में भी गए। यहां मोहन भागवत ने मदरसे के बच्चों से मुलाकात की और उनकी पढ़ाई के बारे में भी जाना। तजविदुल कुरान मदरसा दिल्ली के आज़ाद मार्केट में मौजूद है, जहां 300 बच्चे पढ़ते हैं।
इस मजार की जियारत भी की
मोहन भागवत ने मस्जिद में बैठक के बाद केजी मार्ग स्थित मस्जिद के इमाम उमैर इलियासी के पिता जमील इलियासी के मजार की जियारत भी की। आज जमील इलियासी की बरसी भी है। ज़ियारत के बाद मोहन भागवत ने इमाम के परिवार से मुलाकात भी की।