National News, Andaman : सीनियर IAS अधिकारी जितेंद्र नारायण को केंद्र सरकार ने 17 अक्टूबर को सस्पेंड कर दिया है। नारायण पर अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का मुख्य सचिव रहने के दौरान एक 21 साल की युवती ने नौकरी का झांसा देकर Rape का आरोप लगाया है।
घटना अप्रैल-मई की
युवती के मुताबिक, घटना अप्रैल-मई की है और उसने अगस्त में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। 1990 बैच के IAS नारायण घटना के 3 महीने पहले तक अंडमान-निकोबार में पूर्व मुख्य सचिव थे। वर्तमान में वे दिल्ली फाइनेंशियल कॉरपोरेशन के चेयरमैन और MD थे। इसके अलावा एक अन्य आरोपी आरएल ऋषि, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ही लेबर ऑफिसर के रूप में तैनात थे।
मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पोर्ट ब्लेयर में SIT के साथ-साथ मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा युवती का धारा 164 CRPC के तहत इकबालिया बयान दर्ज किया गया है, जहां उसने दूसरी शिकायत दर्ज की है। महिला के एक रिश्तेदार ने कहा कि वे एहतियात के तौर पर धारा 164 के बयान को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फिर से दर्ज करने की अपील करेंगे।
लिखित रूप से आरोप का खंडन
जितेंद्र नारायण ने कथित तौर पर अपने लिखित खंडन में दावा किया है कि उनपर स्थानीय अधिकारियों के इशारे पर यह आरोप लगाए गए, जिनके खिलाफ उन्होंने मुख्य सचिव रहते हुए कार्रवाई की थी। हालांकि युवती के मुताबिक नौकरी की तलाश में एक होटल मालिक के जरिए उसकी जान-पहचान लेबर ऑफिसर से कराई गई थी और फिर उसे वह मुख्य सचिव के सरकारी आवास पर ले गया।