National News, Inflation rate too much high : आम जनता के लिए महंगाई की मार बेरहम होती जा रही है और पता नहीं मोदी सरकार आखिर कर क्या रही है। मोदी सरकार और केंद्रीय रिजर्व बैंक RBU की तमाम कोशिशें नाकाम साबित हो रही है और महंगाई दर के बढ़ने का सिलसिला जारी है। भारत में खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर में बढ़कर 7.41% हो गई, जो लगातार नौवें महीने भारतीय रिजर्व बैंक की लिमिट से ज्यादा है। सितंबर 2022 में खाद्य मुद्रास्फीति 8.60% बढ़ गई, जबकि अगस्त में यह 7.62% थी।
खुदरा महंगाई के ताजा आंकड़ों से रिजर्व बैंक पर ब्याज दर बढ़ाने का दबाव पड़ने की आशंका है। आपको बता दें कि इस साल आरबीआई ने अब तक चार बार रेपो रेट में 190 बेस प्वाइंट की वृद्धि की है।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक
इस बीच औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) अगस्त में 0.8 फीसदी घटी है। एक साल पहले समान महीने में औद्योगिक उत्पादन 13 प्रतिशत बढ़ा था। आंकड़ों के मुताबिक अगस्त 2022 में मैन्युफैक्चरिंट सेक्टर का उत्पादन 0.7 प्रतिशत सिकुड़ गया।
इसके अलावा खनन उत्पादन में 3.9 प्रतिशत की गिरावट आई। इस दौरान बिजली उत्पादन 1.4 प्रतिशत बढ़ा। बता दें कि अप्रैल 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण औद्योगिक उत्पादन पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ा था और यह 57.3 प्रतिशत नीचे आ गया था।